उत्तर प्रदेश में कोविड-19 काल के दौरान बहुत सारे व्यापारियों पर नियमों का उल्लंघन करने के कारण मुकदमे दर्ज किए गए थे। लेकिन अब यह बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार व्यापारियों पर किए गए मुकदमों को वापस लेगी हालांकि प्रदेश के सचिव के द्वारा यह जानकारी दी गई है कि अभी तक केवल मुकदमों का ब्यौरा जुटाने को कहा गया है मुकदमे कब तक वापस होंगे इसकी जानकारी अभी किसी को नहीं है? बहुत समय से काफी सारे लोगों ने सरकार से यह मांग की थी क्योंकि इन मुकदमों के कारण व्यापारी ज्यादा परेशान हो रहे हैं। एक तरफ लॉकडाउन के कारण व्यापार में मंदी आ चुकी है वहीं दूसरी तरफ बार-बार थानों के चक्कर काटना व्यापारियों के लिए कठिन साबित हो रहा है।
जो आंकड़े अभी तक सामने आए हैं उनके अनुसार कोरोना काल में लगभग एक लाख से ज्यादा मुकदमे व्यापारियों पर किए गए हैं क्योंकि उन्होंने कोरोना संक्रमण के दौरान बनाए गए नियमों को तोड़ा था।उत्तर प्रदेश युवा उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के वरिष्ठ महामंत्री अशोक मोहियानी, कार्यवाहक अध्यक्ष अनिल बजाज और अन्य मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर मुकदमे वापस लेने की मांग कर चुके हैं। इसी सिलसिले में उन्होंने गुरुवार को प्रदेश के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक से मुलाकात की। व्यापारियों की समस्या को समाप्त करने वाला उत्तर प्रदेश ऐसा पहला राज्य होगा जहां पर कोरोना संक्रमण के दौरान किए गए मुकदमों को वापस लिया जाएगा। इन मुकदमों की वापसी से उत्तर प्रदेश पुलिस और न्यायालयों का बोझ भी कम होगा वहीं दूसरी तरफ व्यापारी भी निश्चित होकर अपना व्यापार कर सकेंगे।