महाराष्ट्र में लगातार मध्य महाराष्ट्र के शहर औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर करने की चर्चाएं तेज हो रही हैं। शिवसेना चाहती है कि औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर कर दिया जाए लेकिन कांग्रेस पार्टी इस बात पर राजी नहीं है। इसी बीच केंद्रीय राज्यमंत्री रामदास अठावले का इस पूरे मामले पर बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा, “औरंगाबाद का नाम बदलने पर महाराष्ट्र की शिवसेना, कांग्रेस और NCP गठबंधन की सरकार गिर सकती है।” नाम बदलने के मामले पर कांग्रेस पार्टी का कहना है कि सरकार इस तरह से नहीं चलाई जाती। वहीं शिवसेना के मुखपत्र सामना में लिखा गया है कि कांग्रेस अगर इस बात का विरोध करती है तो इसमें कोई बड़ी बात नहीं है इसे सरकार से जोड़कर नहीं देखना चाहिए।
आठवले ने उम्मीद जताई है कि राज्य में जल्द ही BJP-RPI की सरकार बनेगी।उन्होंने भविष्यवाणी करते हुए कहा कि 2022 में होने वाले मुंबई महानगरपालिका के चुनाव में BJP और RPI गठबंधन की जीत होगी, मेयर भाजपा से बनेगा। शिवसेना के मुखपत्र सामना में लिखा गया है कि औरंगाबाद का नाम पहले बाला साहब ठाकरे ने संभाजीनगर कर दिया था। हालांकि यह नाम कागजों में नहीं बदला लेकिन बाला साहब ने बदल दिया था। उस समय प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी और लोगों ने इस नाम का समर्थन भी किया था। पार्टी का कहना है कि जल्द ही इसका नाम फिर संभाजीनगर कर दिया जाएगा।शिवसेना ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि कुछ लोगों को लगता है कि औरंगाबाद का नाम बदलने से सत्तारूढ़ गठबंधन के भीतर आपसी विवाद पैदा होगा।