दीपावली पर पटाखे छोड़ने का एक पुराना रिवाज है। बहुत सारे बच्चे बहुत ज्यादा आवाज वाले पटाखे भी छोड़ते हैं और कभी-कभी उनके साथ कोई दुर्घटना हो जाती है। ऐसे में सबसे बड़ी समस्या होती है कि तुरंत उसका इलाज कैसे किया जाए? ऐसा कहा जाता है कि पटाखे से बच्चों को लगभग 5 मीटर की दूरी तो अवश्य ही रखनी चाहिए।अक्सर ऐसा देखा गया है कि दिवाली पर पटाखे जलाते समय बच्चों के हाथ जल जाते हैं।और जले हुए स्थान पर विभिन्न समस्या उत्पन्न होने लगती हैं। ऐसे में आज हम आपको बताने वाले हैं कि जले हुए का उपचार कैसे करना चाहिए?
आलू का करें उपयोग
दीपावली पर पटाखे छोड़ते समय यदि आपके बच्चे का हाथ जल जाता है या शरीर का कोई दूसरा अंग जल जाता है तो आप तुरंत आलू का उपयोग करें। आलू में मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण घाँव को बहुत जल्दी भर देते हैं और जले हुए स्थान पर नमी भी ला देते हैं। जले हुए स्थान पर आलू का उपयोग करने से तुरंत राहत और ठंडक मिलती है।
टूथपेस्ट जल्दी देता है आराम
कई बार ऐसा देखा गया है कि जब भी कोई व्यक्ति जलता है या पटाखों से किसी बच्चे का हाथ जल जाता है तो तुरंत परिवार वाले जले हुए स्थान पर टूथपेस्ट का उपयोग कर लेते हैं। इसमें मौजूद कैल्शियम जलन से राहत देता है। और तुरंत स्थान को ठंडा भी कर देता है।
जलन को दूर कर देता है एलोवेरा
त्वचा के जलने पर लोग एलोवेरा का इस्तेमाल भी करते हैं। बताया जाता है कि एलोवेरा का इस्तेमाल करने के लिए उसके गूदे को निकालकर घाव पर लगाते हैं जिससे तुरंत ठंडक मिल जाती है। ऐसा भी कहा जाता है कि पौधे के उस भाग को लगाने पर शरीर में फफोले भी नहीं पड़ते।
हल्दी और शहद से भी होती है जलन दूर
ऐसा कहा जाता है कि जब भी किसी व्यक्ति की त्वचा जल जाए तो उसकी त्वचा पर तुरंत शहद की एक पतली परत लगा देनी चाहिए। इसके अलावा जली वे स्थान पर हल्दी का लेप लगाने से भी तुरंत राहत मिल जाती है। अगर आपके घर में किसी के साथ ऐसा हादसा होता है तो एंटीसेप्टिक गुणों से भरपूर हल्दी का पेस्ट जलन से राहत देगा।