जानिए फटे कपड़ों से गाय के लिए कोट बनाने वाले कैदियों के बारे में, पीएम मोदी भी हैं प्रभावित

आज भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के कौशांबी में बंद कैदियों की तारीफ की। उन्होंने बताया कि इस जेल में रहने वाले कैदी पुराने कंबलों से गायों को पहनाने के लिए कपड़ों का निर्माण कर रहे हैं।

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आज भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात कार्यक्रम को संबोधित किया। इस कार्यक्रम में नया मोड़ तब ले लिया जब प्रधानमंत्री मोदी ने कौशांबी जेल में बंद कैदियों का जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने बताया कि इस जेल में रहने वाले कैदी पुराने कंबलों से गाय को पहनने के लिए कपड़ों का निर्माण कर रहे हैं।पीएम मोदी ने कहा, ‘कौशांबी जिला जेल के कैदी बेमिसाल काम कर रहे हैं।वहां पर कैदी गायों को ठंड से बचाने के लिए फटे व बेकार कंबलों और जूट के बैगों या अन्य उत्पादों को सिलकर कोट बना रहे हैं।

ज़ी न्यूज़ में छपे एक लेख के अनुसार पहले पुराने फटे हुए कंबलों को एकत्रित किया जाता है। फिर उन्हीं कपड़ों की सिलाई करके मवेशियों के लिए कपड़ों का इंतजाम किया जाता है। सर्दियों में कैदियों को दिया गया कंबल लगभग 3 साल तक काम करता है, उसके बाद वह खराब या फट जाता है। उन्हीं कंबलों से गायों के लिए कोट तैयार किया जाता है। इस समय 1 महीने में करीब एक हजार कोट तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। कुछ समय पहले उत्तर प्रदेश के ही एक जेल के कैदियों ने मास्क के तथा PPE किट का निर्माण भी किया था।

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