गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल का 92 साल की उम्र में निधन हो गया। गुरुवार सुबह सांस लेने में दिक्कत होने के कारण उन्हें अस्पताल ले जाया गया, वहां उनका निधन हो गया। कुछ समय पहले उन्हें कोरोना लेकिन वे उससे रिकवर हो गए थे। केशुभाई दो बार गुजरात के मुख्यमंत्री बने 30 सितंबर को उन्हें ही सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट का दोबारा अध्यक्ष चुना गया था। केशुभाई तख्तापलट के चलते दोनों बार मुख्यमंत्री का टाइम पूरा नहीं कर पाए थे। 2001 में उनकी जगह नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री की शपथ ली थी। प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें अपना राजनीतिक गुरु भी माना !..प्रधानमंत्री बनने पर उन्होंने कहा था कि प्रदेश की असल कमान केशुभाई के हाथों में ही रहेगी।
1960 के दशक में केशुभाई पटेल ने जनसंघ कार्यकर्ता के रूप में अपनी राजनीति की शुरुआत की थी। वह इसके संस्थापक सदस्यों में से एक थे। 1975 में जनसंघ कांग्रेस गठबंधन गुजरात में सत्ता में आई थी। आपतकाल के बाद 1977 में केशुभाई पटेल राजकोट से लोकसभा के सदस्य चुने गये! बाद में उन्होंने इस्तीफा दे दिया। बाबू भाई पटेल की जनता मोर्चा सरकार में 1978 से 1990 तक वे कृषि मंत्री रहे !..1979 में मछु बांध दुर्घटना जिसे मोरबी को तबाह कर दिया था उसके बाद उन्हें राहत कार्य में शामिल किया गया।
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