क्या बांग्लादेश से भी निकाले जाएंगे रोहिंग्या मुसलमान, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने दिया बड़ा बयान

म्यांमार में हिंसा के बाद जान बचाकर बांग्लादेश में शरण लेने वाले रोहिंग्या मुसलमानों को वहां से भी निकाला जाएगा? यह सवाल इसलिए उठा है क्योंकि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने रविवार को कहा कि ये लोग उनके देश पर भारी बोझ बन गए हैं।

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चित्र साभार: ट्विटर @ANI

म्यांमार की हिंसा के बाद अपनी जान ले जाकर बांग्लादेश में शरण लेने वाले हर रोहिंग्या मुसलमानों की मुसीबत अब और बढ़ने वाली है। ऐसा इसलिए क्योंकि माना जा रहा है कि बांग्लादेश में भी रोहिंग्या मुसलमानों को बाहर किया जा सकता है। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने रविवार को यह साफ कर दिया है कि रोहिंग्या मुसलमान उनके देश पर भारी बोझ बन गए हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने रोहिंग्या मुसलमानों पर संसाधनों की बर्बादी का भी गंभीर आरोप लगाया है।

ढाका ट्रिब्यून की एक खबर के मुताबिक, शेख हसीना ने राजधानी में नीदरलैंड्स के नवनियुक्त राजदूत एनी गेरार्ड वेन लीयूवेन से मुलाकात के दौरान कहा, ”वे बांग्लादेश पर भारी बोझ बन गए हैं। कोक्स बाजार में पर्यावरण और जंगल के संसाधन बर्बाद किए जा रहे हैं।” आपको बता दें कि कोक्स बाजार में बड़ी संख्या में रोहिंग्या मुसलमान अस्थायी कैंपों में रह रहे हैं।

म्यांमार की सेना की बर्बरता का शिकार होकर 2017 में समुदाय के लाखों लोग अपनी जान बचाकर बांग्लादेश पहुंचे थे और अभी भी वहीं रह रहे हैं। अधिकांश रोहिंग्या मुसलमानों ने कॉक्स बाजार कैंप में शरण ली है और इसे दुनिया का सबसे बड़ा शरणार्थी शिविर कहा जाता है। बांग्लादेश को उम्मीद थी कि म्यांमार में हालात सुधरने के बाद ये वापस लौट जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब रोहिंग्या मुसलमानों को कॉक्स बाजार से भाषणचार द्वीप पर शिफ्ट किया जा रहा है। कॉक्स बाजार से यहां करीब 1 लाख लोगों को लाए जाने की योजना है।

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