यूपी एटीएस ने किया बड़ा खुलासा, पूरे देश में धर्मांतरण का कैंपेन चलाने वाला मौलाना हुआ गिरफ्तार, बहरीन से ट्रस्ट को मिले थे डेढ़ करोड़ रुपये

उत्तर प्रदेश पुलिस की एटीएस ने एक मौलाना को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के माध्यम से बताया गया है कि यह मौलाना एक ट्रस्ट की आड़ में लोगों को इस्लाम में कन्वर्ट होने के लिए आमंत्रण देता था। एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार के अनुसार, अब तक की जांच में मौलाना के ट्रस्ट जमिया ईमाम वलीउल्लाह ट्रस्ट को बहरीन से 1.5 करोड़ रुपये सहित कुल तीन करोड़ रुपये की फंडिंग के साक्ष्य मिले हैं।

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पूरे देश में बड़े स्तर पर धर्मांतरण की घटनाएं हर रोज सामने आती हैं। पिछली सरकार में धर्मांतरण के मुद्दे को बिल्कुल भी तवज्जो नहीं दिया जाता था। लेकिन जब से केंद्र और विभिन्न राज्यों में जनता पार्टी की सरकार बनी है तब से आज तक लगातार धर्मांतरण के मुद्दे पर सरकारें खुलकर रणनीति बना रही हैं। इसी मुद्दे को लेकर आज उत्तर प्रदेश एटीएस ने बड़ा खुलासा किया है। आपको बता दें कि यूपी एटीएस ने बुधवार को मुजफ्फरनगर से अवैध धर्मांतरण का देशव्यापी सिंडिकेट चलाने के आरोपी प्रसिद्ध इस्लामिक विद्वान मौलाना कलीम सिद्दीकी को गिरफ्तार किया है। एटीएस के अनुसार, उसे हवाला के जरिए विदेशों से फंडिंग की जाती थी। वह लोगों को प्रभावित कर शरीयत व्यवस्था लागू करने और जनसंख्या अनुपात बदलने के लिए वृहद स्तर पर धर्मांतरण करवा रहा था। एटीएस के अधिकारियों ने बताया कि मौलाना की संदिग्ध गतिविधियों को देखते हुए उन पर लंबे समय से नजर रखी जा रही थी। फिलहाल मौलाना कलीम से एटीएस के अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं।

यूपीएटीएस के अनुसार, मुजफ्फरनगर निवासी मौलाना कलीम सिद्दीकी दिल्ली में रहता है और विभिन्न प्रकार की शैक्षणिक, सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं की आड़ में अवैध धर्मांतरण के कार्य को अंजाम देता है जिसके लिए उसे विदेशों से पैसा भेजा जाता है। वह गैर मुस्लिमों को गुमराह और भयाक्रांत कर उन्हें धर्मांतरित करता है और फिर उन्हें भी इस कार्य में लगाता है। मौलाना कलीम जामिया इमाम वलीउल्ला नामक एक ट्रस्ट संचालित करता है। वह कई मदरसों की फंडिंग भी करता है जिसके लिए उसे विदेशों से भारी धनराशि हवाला के जरिए भेजी जाती है। मौलाना इन मदरसों की आड़ में पैगामे इंसानियत के संदेश देने के बहाने लोगों को जन्नत और जहन्नुम जैसी बातों का लालच या भय दिखाकर इस्लाम में धर्मांतरित होने का आमंत्रण देता है। बाद में इन्हें प्रशिक्षित कर अन्य लोगों का धर्मांतरण कराने का कार्य करता है।

एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार के अनुसार, अब तक की जांच में मौलाना के ट्रस्ट जमिया ईमाम वलीउल्लाह ट्रस्ट को बहरीन से 1.5 करोड़ रुपये सहित कुल तीन करोड़ रुपये की फंडिंग के साक्ष्य मिले हैं। एटीएस की छह टीमें मामले में जांच कर रही है। मौलाना कलीम लोगों में प्रचार कर रहा था कि शरीयत के अनुसार बनी व्यवस्था ही सबको न्याय दे सकती है।

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