वाराणसी | वाराणसी के कैंट थाना के जिला मुख्यालय परिसर में स्थित एसएसपी कार्यालय पर एक नाबालिग रेप पीड़िता ने जहर (poison) खाकर जान देने की कोशिश की। पीड़िता के साथ उसके माँ-बाप ने भी ज़हर खा लिया था। आनन-फानन में तीनों को स्थानीय जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहाँ से उन तीनों को बीएचयू ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया। अभी तक उन तीनों की हालत नाजुक बनी हुई है।
जानकारी के मुताबिक, पीड़ित परिवार पिछले दो महीने से पुलिस अधिकारियों के दफ्तर में इंसाफ की गुहार लगा रहा था।लेकिन। कोई सुनवाई ना होने पर आहत होकर एसएसपी कार्यालय के बाहर जहर (poison) खाकर अपनी जान देने का फैसला लिया। पीड़िता ने कुछ महीने पहले हीरोइन बनाने के नाम पर एक व्यक्ति पर मुंबई ले जाकर बेच देने और रेप करने का आरोप लगाया था। आरोपी व्यक्ति रेलवे में टिकट कलेक्टर है। इस दौरान पीड़िता को खोजने निकले उसके भाई की भी मौत हो गई और उसका शव गंगा किनारे पड़ा मिला था। बाद में पीड़िता ने भाई की मौत का आरोप भी उसी आरोपी पर लगाकर एफआईआर दर्ज़ करने की माँग की।
लेकीन इस मामलें में उपयुक्त सुनवाई ना होने की वज़ह से आहत होकर पीड़िता ने अपने माता-पिता समेत एसएसपी ऑफ़िस के बाहर ज़हर खा लिया। इस मामलें में पुलिस का कहना है कि पहले ही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है। घटनास्थल से मिले पीड़िता के सुसाइड नोट में उसने अपनी मौत के लिए सीओ कैंट, इंस्पेक्टर कैंट सहित पहड़िया चौकी प्रभारी को दोषी बताया है। पीड़िता के मुताबिक, इन लोगों ने उन पर बयान बदलने का दबाव बनाया था।