गुलामनबी आजाद के बयान पर कांग्रेस ने साधा निशाना, जो लोग सलाह दे रहे हैं उन्हें खुद भी आत्मसात करना चाहिए

पार्टी के नेतृत्व को बदलने को लेकर लगातार कांग्रेस पार्टी के कई वरिष्ठ नेता आवाज उठा चुके हैं। इसी बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने पिछले दिनों एक बयान दिया था जिसके विरोध में कांग्रेस पार्टी ने बयान जारी करते हुए कहा है कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को सार्वजनिक मंचों से ऐसी बातें नहीं करनी चाहिए और वह जो सलाह दे रहे हैं उन्हें इनको खुद भी आत्मसात करना चाहिए।

0
351

कांग्रेस पार्टी में एक बार फिर नेतृत्व को लेकर बवाल छिड़ चुका है। पार्टी के कई वरिष्ठ नेता बार-बार यह कह रहे हैं कि पार्टी को अच्छे नेतृत्व की आवश्यकता है अन्यथा पार्टी समाप्त हो जाएगी। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने रविवार को कहा था, “कांग्रेस के नेता आम लोगों से पूरी तरह से कटे हुए हैं और पार्टी में पांच सितारा संस्कृति घर कर गई है! उन्होंने संगठनात्मक ढांचे में आमूलचूल परिवर्तन का आवाहन किया था। बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद उनका यह बयान आया। इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था जिसके बाद उन्हें केवल 19 सीटों पर विजय प्राप्त हुई। वहीं 2015 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 43 सीटों पर चुनाव लड़ा था और वहां कांग्रेस को 23 सीटें प्राप्त हुई थी।

अब इस मामले पर कांग्रेस पार्टी का भी आधिकारिक बयान आ गया है कांग्रेस पार्टी का कहना है, “पार्टी के आंतरिक कामकाज को लेकर वरिष्ठ नेताओं को सार्वजनिक मंचों से बात नहीं करनी चाहिए और वह जो सलाह दे रहे हैं… उन्हें इसको खुद भी आत्मसात करना चाहिए।” पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भी यह कहा है, ” अगर इन नेताओं के पास किसी भी प्रकार का कोई सुझाव है तो कांग्रेस इन्हें सुनने के लिए तैयार है… लेकिन उन्हें अपनी बात पार्टी के मंच से रखनी होगी… उन्होंने संवाददाताओं से कहा है कि जिन की बात हो रही है वह वरिष्ठ नेता है इनसे हमने अनुशासन सीखा है और संगठन एवं सरकारों में कैसे काम करना चाहिए?उनसे सीखा है आज इनमें से जब कोई सार्वजनिक मंच पर बात करता है तो हमें आघात लगता है कि ऐसा क्यों हो रहा है?

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here