प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 2024 के लोकसभा चुनावों में शिकस्त देने के लिए शरद पवार के नेतृत्व में तीसरा मोर्चा तैयार करने की कोशिश की जा रही है। वहीं दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी कुछ दलों को साथ लेकर स्वयं को मोदी के सामने एक विकल्प के रूप में प्रस्तुत करने की कोशिश कर रही है। इसी श्रंखला में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर लगातार शरद पवार से मुलाकात कर रहे हैं। इस मुलाकात के बाद प्रशांत किशोर ने कहा है कि मुझे नहीं लगता कि आने वाले 2024 के चुनाव में कोई भी तीसरा या चौथा मोर्चा नरेंद्र मोदी का मुकाबला कर पाएगा। प्रशांत किशोर ने कहा कि उन्हें ऐसा नहीं लगता कि तीसरा या चौथा मोर्चा सफलतापूर्वी बीजेपी को चुनौती दे सकेगा।
यह मुलाकात इसलिए भी अहम मानी जा रही है क्योंकि बीते 10 दिनों में दोनों की यह दूसरी मीटिंग थी।
प्रशांत किशोर ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि तीसरा मोर्चा ‘जांचा-परखा’ हुआ है और यह मौजूदा राजनातिक परिदृश्य में फिट नहीं बैठता। कई दिनों से ऐसा कहा जा रहा था कि आने वाले 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी पार्टियां शरद पवार के नेतृत्व में एक साथ आ सकती है लेकिन चुनावी रणनीतिकार ने इन सभी कयासों पर विराम लगा दिया है।