उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यभार संभालने के बाद उत्तर प्रदेश में कई व्यवस्थाओं में बदलाव आया है। उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को पूरी तरह से बदलने का श्रेय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जाता है। प्रदेश में जब सीएए और एनआरसी के खिलाफ आंदोलन हुआ और देश की सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया तब मुख्यमंत्री ने यह कहा कि सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान की भरपाई अपराधियों की संपत्ति को जप्त कर के की जाएगी। इसका विरोध पूरे देश में हुआ लेकिन वास्तव में इसका परिणाम सुखद हुआ और कई अन्य प्रदेशों के लोगों ने भी इस ही तरह के मॉडल को अपने प्रदेश में लागू किया। कई और चीजें भी है जिन्हें अन्य प्रदेशों ने उत्तर प्रदेश से ही देखने के पश्चात लागू किया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा है कि उत्तर प्रदेश ने देश में अपने प्रति धारणा को बदल लिया है और अब इसकी पहचान दंगा ग्रस्त,अपराधग्रस्त प्रदेश की नहीं है, बल्कि बेहतर कानून व्यवस्था वाले राज्य के रूप में है…इसके मॉडल को देश के अन्य राज्य भी अपनाने लगे हैं। अवध शिल्पग्राम में उत्तर प्रदेश दिवस का उद्घाटन करते समय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने यह प्रमुख बातें कहीं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “भारत की संस्कृति और गौरवशाली परंपरा पर गर्व की अनुभूति होती है… उत्तर प्रदेश देश का हृदय स्थल कहा जाता है और भारत की संस्कृति सभ्यता और स्वाधीनता आंदोलन का केंद्र बिंदु भी रहा है। अगर समाज के जिम्मेदार लोगों में अपनी परंपरा और संस्कृति को आगे बढ़ाने का भाव नहीं होता है तो समाज दिग्भ्रम की स्थिति में आ जाता है। और ऐसी स्थिति में प्रदेश को 70 वर्षों में भटकाव की दिशा में पहुंचा दिया था।”
योगी आदित्यनाथ ने कहा, “2017 में जब यहां भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी तो तत्कालीन राज्यपाल ने हम लोगों के सामने प्रस्ताव रखा कि देश के अधिकांश राज्य अपना स्थापना दिवस मनाते हैं और कार्यक्रम के साथ अपनी योजनाओं को आगे लाकर नई पीढ़ी के लिए एक अवसर प्रस्तुत करते हैं। जब मैंने कैबिनेट के सामने उत्तर प्रदेश दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा तो हमें सहर्ष सहमति मिली और यह आयोजन शुरू हुआ तभी एक जिला एक उत्पाद की अभिनव योजना की शुरुआत की गई। ODPO देश की सबसे लोकप्रिय योजनाओं में से एक है और आत्मनिर्भर भारत का जज्बा रखने वाली इस योजना के साथ प्रारंभ हुए उत्तर प्रदेश को प्रधानमंत्री ने भी सराहा है।”