अयोध्या में बनने वाला भगवान श्री राम का भव्य मंदिर केवल उत्तर प्रदेश ही नहीं अपितु विश्व भर की हिंदुओं के लिए गर्व का प्रतीक है। वर्तमान में जिन प्रदेशों में भारतीय जनता पार्टी की सत्ता है वह सभी प्रदेश इस मंदिर के प्रति कटिबद्ध हैं और भगवान श्री राम के इस पावन कार्य में अपना योगदान भी दें रहे हैं। 2020 में जब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री राम मंदिर का भूमि पूजन किया था उसके 2 दिन बाद ही येदुरप्पा ने कर्नाटक सरकार की ओर से कहा था कर्नाटक की सरकार अयोध्या में यात्रियों के निवास के लिए एक भूमि का टुकड़ा अवश्य देगी।मुख्यमंत्री ने पत्र में कहा, ‘कर्नाटक सरकार अयोध्या जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए एक ‘यात्री निवास’ का निर्माण करना चाहती है।’ वहीं, 8 मार्च को विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए बजट पेश करते हुए, मुख्यमंत्री, जो वित्त विभाग भी रखते हैं, ने कहा कि हमें यूपी सरकार स्थापना के लिए पांच एकड़ भूमि प्रदान करेगी।
अगस्त में हुए भूमि पूजन के बाद पीएम मोदी ने कहा था कि श्रीराम के नाम की तरह ही अयोध्या में बनने वाला भव्य राम मंदिर भारतीय संस्कृति की समृद्ध विरासत का द्योतक होगा। उन्होंने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि यहां निर्मित होने वाला राम मंदिर अनंतकाल तक पूरी मानवता को प्रेरणा देगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित करना होगा कि भगवान श्रीराम का संदेश, राम मंदिर का संदेश, हमारी हजारों सालों की परंपरा का संदेश, कैसे पूरे विश्व तक निरंतर पहुंचे।