देश में लगातार सोशल मीडिया के द्वारा देश की एकता और अखंडता को खंडित करने बाली कई मुहिम चलाई जा रही है। वही अश्लील सीडी मामले में कर्नाटक के आधा दर्जन से ज्यादा मंत्री अदालत जा चुके है। इस मामले पर कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री सुधाकर ने कहा है,”राजनीतिक विरोधियों को बदनाम करने के लिए मीडिया का दुरूपयोग रोकने के लिए प्रदेश सरकार अब कानून लाने पर विचार कर रही है।” पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा,”मीडिया का दुरूपयोग कर विरोधियों को बदनाम करना बड़ी राजनैतिक साजिश लगता है। आरोपों को लगाकर भाग जाना नया ट्रेंड बन गया है। अनैतिक और गैरकानूनी है। बदनाम करने वाले ऐसे अभियानों पर लगाम लगाने की आवश्यकता है। जिनका मकसद व्यक्तियों की छवि धूमिल करना और वर्षों के अच्छे कामों से अर्जित साख को नष्ट करना होता है।”
इसलिए प्रदेश सरकार ऐसी शरारतों पर रोक लगाने के लिए कानून लाने पर विचार कर रही है। यह सिर्फ राजनीतिक दलों तक सीमित नहीं है बल्कि जीवन के विभिन्न क्षेत्रों की चर्चित हस्तियों को ऐसी साजिश का शिकार बनाया जाता है गलत जानकारियों और फर्जी खबरों को फैलाने के लिए मुख्यधारा के मीडिया और इंटरनेट मीडिया दोनों का दुरुपयोग किया जाता है। अगर आरोपों में सच्चाई है तो किसी को भी नहीं बचाया जा सकता। स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि ऐसी खबरें भी आ रही है कि वीडियो को रूस और अन्य देशों से भी अपलोड किया जा रहा है। इससे साबित है कि लोगों की छवि को धूमिल करने का प्रयास जानबूझकर किया जाता है।