जिस दिन का भारतवासियों को बहुत समय से इंतजार था वह दिन अब आ चुका है।भारत बायोटेक की स्वदेशी कोवैक्सिन और सीरम इंस्टिट्यूट की कोविशील्ड को इमरजेंसी स्वकृति दे दी गयी है। DCGI वी जी सोमानी का वैक्सीन पर कहना है,”कुछ साइड इफ़ेक्ट जैसे बुखार, दर्द तथा एलर्जी ये सब कॉमन होते है, लेकिन ये दोनों वैक्सीन 110% सुरक्षित है और नपुंसक होने जैसी बातें सिर्फ बकवास है।”
It would make every Indian proud that the two vaccines that have been given emergency use approval are made in India! This shows the eagerness of our scientific community to fulfil the dream of an Aatmanirbhar Bharat, at the root of which is care and compassion.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 3, 2021
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत के इस फैसले का स्वागत किया है। WHO का कहना है, “भारत के इस फैसले से साऊथ ईस्ट एशिया में महामारी के खिलाफ लड़ाई मजबूत होंगी!” सीरम इंस्टिट्यूट के CEO ने भी अब कह दिया है कि वैक्सीन सप्लाई के लिए पूरी तरह से तैयार है।कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भी वैक्सीन के उपयोग पर सवाल उठाया है। कोवैक्सीन पर सवाल उठाते हुए रमेश ने स्वास्थ्य मंत्री से पूछा कि भारत बायोटेक की कोवैक्सीन सरकार ने क्यों अंतरराष्ट्रीय मानकों को नरमी प्रदान की। सरकार को इस बात का स्पष्टीकरण देना होगा।
Bharat Biotech is a first-rate enterprise, but it is puzzling that internationally-accepted protocols relating to phase 3 trials are being modified for Covaxin. Health Minister @drharshvardhan should clarify. pic.twitter.com/5HAWZtmW9s
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) January 3, 2021
वहीं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने वैक्सीन के विकास को लेकर वैज्ञानिकों को धन्यवाद दिया। उन्होंने ट्विटर पर कहा,”अति-घातक कोरोनावायरस महामारी को लेकर आए स्वदेशी वैक्सीन (टीके) का स्वागत व वैज्ञानिकों को बहुत-बहुत बधाई। साथ ही, केन्द्र सरकार से विशेष अनुरोध भी है कि देश में सभी स्वास्थ्यकर्मियों के साथ-साथ सर्वसमाज के अति-गरीबों को भी इस टीके की मुफ्त व्यवस्था की जाए तो यह उचित होगा।”
अति-घातक कोरोनावायरस महामारी को लेकर आए स्वदेशी वैक्सीन (टीके) का स्वागत व वैज्ञानिकों को बहुत-बहुत बधाई। साथ ही, केन्द्र सरकार से विशेष अनुरोध भी है कि देश में सभी स्वास्थ्यकर्मियों के साथ-साथ सर्वसमाज के अति-गरीबों को भी इस टीके की मुफ्त व्यवस्था की जाए तो यह उचित होगा।
— Mayawati (@Mayawati) January 3, 2021