कोरोना को लेकर तरह-तरह के दावे किए जा रहे हैं। जागरूकता की कमी के कारण बहुत सारे लोग इसका अपने-अपने अनुसार इलाज बता रहे हैं। हमारे यहाँ कुछ लोग ऐसे भी हैं जो ये दावा कर रहें हैं कि ऐसे तो नवजात शिशु को भी कोरोना संक्रमण का खतरा है क्योंकि वह अपनी माँ का दूध पीता है। यानि माँ से बेटे में कोरोना पहुचाने का कार्य दूध द्वारा हो सकता है। लेकिन अभी एक ऐसी स्टडी सामने आयी है कि जिससे यह साबित होता है कि ये केवल कल्पनाएं हैं, इनका वास्तव में कोई भी औचित्य नहीं है।
JAMA के ऑनलाइन एडमिशन में प्रकाशित हुई एक रिपोर्ट के अनुसार 64 सैंपल्स की जांच की गयी, जिन्हें लैब द्वारा चेक किया गया। दुर्भाग्य से उसमें कुछ सैम्पल कोरोना पॉजिटिव निकले लेकिन वह एक शिशु में संक्रमण फैलाने में असमर्थ था। ये पूरी जाँच यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैलिफोर्निया लॉस ऐंजिल्स एंड यूनिवर्सिटी ऑफ़ केलिफ़ोर्निया डिगयो स्कूल ऑफ़ मेडिसिन के शोधकर्ताओं द्वारा की गयी थी। इस शोध का निष्कर्ष था कि माँ का दूध शिशु के लिए संक्रमण का खतरा नहीं बढ़ा सकता।