कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कई प्रमुख फैसले लेने वाले हैं। वर्तमान में उन्होंने फैसला लिया है कि अब प्रतिदिन करीब डेढ़ लाख आर्टिफिशियल जांच की जाएगी और प्रदेश में कोरोना संक्रमित संख्या में लोगों के इलाज के लिए बेड की संख्या को बढ़ाया जाएगा। इसके अलावा यह भी आदेश जारी हुआ है कि अब एमबीबीएस की चौथे तथा पांचवें वर्ष के विद्यार्थियों को ड्यूटी पर लगाया जाएगा।कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए लखनऊ में प्राइवेट अस्पताल हिन्द और मेयो, कानपुर में रामा और प्रयागराज में यूनाइटेड हॉस्पिटल को टेकओवर किया जाएगा। लखनऊ में प्राइवेट अस्पतालों एरा, इंटीग्रल, TSM में जहा पहले से कोरोना का इलाज चल रहा है, वहां दो हज़ार बेड बढ़ाये जाएंगे। वहीं 300 बेड के लखनऊ केंसर हॉस्पिटल को टेकओवर कर 50 बेड ICU के बनाये जाएंगे।
कुछ समय पहले ही यह सूचना मिली थी कि मुख्यमंत्री के कार्यालय में भी कुछ लोग करना संक्रमित पाए गए हैं।सीएम योगी के ट्विटर हैंडल से लिखा गया था,”मेरे कार्यालय के कुछ अधिकारी कोरोना से संक्रमित हुए हैं। यह अधिकारी मेरे संपर्क में रहे हैं, अतः मैंने एहतियातन अपने को आइसोलेट कर लिया है एवं सभी कार्य वर्चुअली प्रारम्भ कर रहा हूं।”
बताया जा रहा है लखनऊ, गोरखपुर, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर, आगरा, झांसी, बरेली, मेरठ, गाजियाबाद, मथुरा, आजमगढ़, पं. दीन दयाल नगर, अयोध्या, बस्ती, मुरादाबाद व अलीगढ़ के डीएम व एसएसपी-एसपी-पुलिस कमिश्नर को संयुक्त निरीक्षण कर कोविड संक्रमण रोकने के लिए रेलवे स्टेशनों पर की गई व्यवस्था के बारे में रिपोर्ट मांगी गई है।