कोरोना संक्रमण के समय में जब देशव्यापी लॉकडाउन लगाया गया तब देश के सामने बहुत सारी समस्याएं आई। दूसरे राज्यों में कोचिंग करने गए विद्यार्थियों को अपने राज्य में लौटने के लिए भी बहुत दिनों तक इंतजार करना पड़ा, लोग बताते हैं कि हमारे लिए उससे बुरा अनुभव कोई नहीं था। प्रदेशवासियों की इसी समस्या को हल करने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 71 व उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस व उद्घाटन समारोह के मंच से यह घोषणा की कि प्रतियोगी छात्रों को अब कोचिंग करने के लिए दूसरे राज्य में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। प्रदेश सरकार बसंत पंचमी शहर मंडल मुख्यालय पर अभ्युदय नाम से निशुल्क कोचिंग शुरू करने जा रही है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा, “अभ्युदय कोचिंग में हर जिले के छात्र पड़ेंगे। सरकार स्कूल कॉलेज के इंफ्रास्ट्रक्चर का उपयोग करेगी। आईआईटी,यूपीएससी,कैट, नीट, टीडीएस, एनडीए सहित सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने वाले विषय विशेषज्ञों को नियुक्त किया जाएगा। आईएएस,पीसीएस अधिकारी भी अपने अनुभवों से छात्रों का मार्गदर्शन करेंगे। यहां पर वर्चुअल तथा फिजिकल पढ़ाई भी कराई जाएगी।”
प्रदेश के प्रतियोगी छात्रों को निःशुल्क कोचिंग की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए @UPGovt आगामी बसंत पंचमी से 'अभ्युदय' नाम से कोचिंग (ऑफलाइन और ऑनलाइन) का शुभारंभ कर रही है।
इस कोचिंग के विभिन्न केंद्रों पर प्रदेश के अधिकारीगण और विषय विशेषज्ञ भी अपना मार्गदर्शन प्रदान करेंगे।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 24, 2021
उत्तर प्रदेश सरकार के ऐलान के बाद निश्चित रूप से उत्तर प्रदेश के छात्र छात्राओं को बहुत बड़ी राहत मिलेगी। उत्तर प्रदेश सरकार जिस तरह से लगातार छात्रों के और युवाओं के लिए कार्य कर रही है उसके लिए प्रदेश सरकार की प्रशंसा भी होनी चाहिए। उत्तर प्रदेश के स्थापना दिवस पर कुछ लोगों को रानी लक्ष्मीबाई की कांस्य प्रतिमा और 3,11000 रूपये का पुरस्कार भी दिया गया। जिनको यह पुरस्कार मिला उसमें वंदना कटारिया, प्रियंका, स्वर्णिमा जायसवाल,हिमानी सिंह, साक्षी जौहरी, विमला सिंह, ज्योति, आकांक्षा चौधरी शामिल थीं।