कोरोनावायरस से बचने के लिए सरकार इन दिनों लगातार नई गाइडलाइंस जारी कर रही है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी इन गाइडलाइंस में लोगों से एसी का प्रयोग कम करने के लिए भी कहा गया है। पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर भी इस तरह की पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें ये दावा किया जा रहा है कि एसी के इस्तेमाल से कोरोनावायरस का खतरा अधिक बढ़ सकता है। गर्मियों का मौसम शुरू हो गया है और ऐसे में लोगों को समझ नहीं आ रहा है कि एसी का प्रयोग करें या ना करें।
विशेषज्ञों के अनुसार एसी से कोरोनावायरस संक्रमण फैलने का खतरा अधिक बढ़ जाता है, यह बात पूरी तरह से सही है। एसी से कमरे का तापमान कम हो जाता है, जिससे इस वायरस में वृद्धि मुमकिन है। इससे बचने के लिए कुछ दिनों के लिए अपने रूम में विंडो या स्प्लिट एसी के प्रयोग की बजाय कूलर का इस्तेमाल बेहतर विकल्प है। हालांकि अभी तक कोई ऐसा मामला सामने नहीं आया है, जिसमें एसी के जरिए लोग कोरोनावायरस की चपेट में आए हो।
वहीं सेंट्रलाइज़्ड एसी के इस्तेमाल से कोरोनावायरस के फैलने का खतरा और भी अधिक बढ़ सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि सेंट्रलाइज़्ड एसी में एक कमरे की हवा दूसरे कमरे में फिल्टर होकर जाती है। इसलिए सरकारी विभाग, बैंक और अन्य ऑफिसो में इन दिनों सेंट्रलाइज़्ड एसी का उपयोग कम करने की सलाह दी जा रही है। यदि आप भी किसी ऐसी जगह जा रहे है, जहां सेंट्रलाइज़्ड एसी लगा हुआ है तो खुद को अच्छी तरह से कवर करने के बाद ही वहां प्रवेश ले। बहरहाल कोरोनावायरस को रोकने के लिए केवल सोशल डिस्टेंसिंग ही एकमात्र उपाय नजर आ रहा है।