उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी छवि और अपने बेबाक बयानों के कारण जाने जाते हैं। मुख्यमंत्री बनने के पश्चात उन्होंने जो फैसले लिए उसके कारण भी देशभर में उनकी काफी चर्चा हुई। दंगाइयों की संपत्ति को बेच कर उनसे सार्वजनिक संपत्ति नुकसान की भरपाई कराना तथा दंगाइयों के पोस्टर चौराहों पर लगवा देना, इस तरह के कई कार्य उत्तर प्रदेश की पहचान बने और अन्य प्रदेशों ने भी उत्तर प्रदेश के इस मॉडल को अपनाया। इसी बीच अब यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के नाम एक और नया रिकॉर्ड हो गया है बताया जा रहा है सीएम योगी आदित्यनाथ ने अब तक बीमार और गरीबों को 10 अरब की मदद की है।
सीएम योगी ने पुराने रिकॉर्डों को तोड़ते हुए चार साल में गरीबों और गंभीर रोगियों को 10 अरब रुपये दिए हैं। हालांकि सपा सरकार के पांच साल के कार्यकाल में 42,508 लोगों को 552 करोड़ रुपये ही दिए गए थे। बसपा सरकार के पांच साल के कार्यकाल में यह मदद नाम मात्र ही लोगों को मिले। मात्र 18,462 लोगों को 84 करोड़ रुपये दिए गए। इस लिहाज से यह बात साफ होती है कि मायावती के कार्यकाल में जनता को किसी भी प्रकार की कोई मदद सरकार के द्वारा नहीं की गई।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जब गोरखपुर के सांसद थे तभी उनके द्वार गरीबों तथा मजदूरों के लिए सदैव खुले रहे थे। उत्तर प्रदेश में जब भाजपा की सरकार बनी तब मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने सबसे पहला काम यही किया कि जिन लोगों के इलाज पैसे के कारण रुक चुके थे या जिन्हें धन की आवश्यकता थी उनकी मदद की गई।
- सीएम योगी ने सबसे ज्यादा 25,425 कैंसर रोगियों को तीन अरब 94 करोड़ 22 लाख 24 हजार 711 रुपये दिए।
- अन्य प्रकार के इलाज के लिए 21,755 रोगियों को तीन अरब पांच करोड़ 13 लाख नौ हजार 350 रुपये दिए।
- किडनी के इलाज के लिए 9427 लोगों को एक अरब 80 करोड़ 65 लाख 82 हजार 475 रुपये दिए।
- हृदय रोग के इलाज के लिए 7019 लोगों को 68 करोड़ 35 लाख 69 हजार 400 रुपये दिए।