उत्तर प्रदेश के उन्नाव में लड़की से हुए दुष्कर्म का मामला (Unnao Rape Case) अब दिल्ली आ पहुंचा है। इस केस की गुत्थी इतनी उलझ चुकी है कि कोर्ट को खुद इस केस में कूदना पड़ा है और सीबीआई को पूरे मामले की जाँच के सख्त निर्देश देने पड़े है। उन्नाव की रेप पीड़िता तीन दिन पहले हुए सड़क हादसे में गंभीर रूप से ज़ख्मी होने के बाद से ही जिंदगी और मौत के बीच की लड़ाई लड़ रही है।
ये एक ऐसी वारदात है जिसे अगर राजनीतिक रूप दिया जाए तो इसमें कुछ गलत नहीं होगा। आज से ठीक एक साल पहले जुलाई 2018 में CBI चार्जशीट दाखिल करती है लेकिन मामले की सुनवाई 1 साल के बाद भी शुरू नहीं होती। जिसके चलते इस मामले में कोर्ट को दखल देना पड़ा तब जाकर कहीं FIR दर्ज हुई।
अब सुप्रीम कोर्ट करेगा केस की सुनवाई
उन्नाव गैंग रेप मामले में जो फाइलें दबी पड़ी थीं, लिहाजा अब वो धीरे धीरे खुलने वाली है क्योंकि अब इस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट अपने तरीके से करेगा। यूपी के उन्नाव रेप (Unnao Rape Case) और एक्सीडेंट से जुड़े मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान अपना रुख साफ कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कई अहम फैसले लिए।
सुनवाई के दौरान कोर्ट ने लिए ये फैसले
- पहले फैसले के मुताबिक उन्नाव रेप कांड से जुड़े सभी पांच केस दिल्ली ट्रांसफर किए जाएंगें। उन्नाव रेप के मुख्य केस की सुनवाई 45 दिन के अंदर पूरी होगी।
- इसके बाद रेप पीड़ित के परिवार के साथ हुए सड़क हादसे की जांच 7 दिन में पूरी होगी। इसके लिए कोर्ट ने सीबीआई को जांच के सख्त निर्देश भी दे दिए है।
- सुप्रीम कोर्ट ने रेप पीड़ित और उसके पूरे परिवार, उनके वकील को तत्काल CRPF की सुरक्षा देने का आदेश दिया है। अब से पीड़ित परिवार को विशेष सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी।
- कोर्ट ने लखनऊ के अस्पताल में भर्ती रेप पीड़ित और उसके वकील की मेडिकल रिपोर्ट मांगी है। कोर्ट ने यूपी सरकार को पीड़ित परिवार को 25 लाख रुपये का अंतरिम मुआवजा देने के लिए कहा है। इसके अलावा कोर्ट ने घायल वकील के परिवार को 20 लाख रुपये का मुआवजा देने का फरमान सुनाया है।
- कोर्ट के आदेश के बाद अब रायबरेली जेल में बंद रेप पीड़िता के चाचा को दिल्ली की जेल में ट्रांसफर करने पर भी सुनवाई होगी।
बैकफुट पर बीजेपी, आरोपी विधायक को पार्टी से किया निष्कासित
उन्नाव मामले (Unnao Rape Case) पर कोर्ट का सख्त रुख और विपक्षी पार्टी के बढ़ते आंदोलन को देखते हुए बीजेपी ने भी खुद को बैकफुट पर कर लिया है। आरोपी विधायक कुलदीप सेंगर को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। यानी की अब कुलदीप पर शिकंजा कसा जाना तय है। पांच दिन तक लगातार सुर्खियां बनने और विपक्ष के लगातार हमले के बाद ही भाजपा नेतृत्व कुलदीप सेंगर के निष्कासन का कदम उठाने को मजबूर हुआ।
कुछ ऐसी है पीड़िता की हालत
सड़क हादसे में घायल उन्नाव की दुष्कर्म पीड़िता का इलाज लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में चल रहा है। हालांकि पीड़िता की हालत अभी भी काफी नाजुक बताई जा रही है। केजीएमसी के प्रवक्ता डॉ. संदीप तिवारी ने गुरुवार को बताया कि पीड़िता की हालत गंभीर बनी हुई है। कुछ रिपोर्ट्स की माने तो पीड़िता को ज्यादा देर के लिए वेंटिलेटर से नहीं हटाया जा सकता। आपको जानकर हैरानी होगी की हादसे में रेप पीड़िता को कम से कम छह जगह फ्रैक्चर हुआ है। ऐसी हालत में पीड़िता को ठीक होने में काफी समय लग सकता है।