भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता और भारत के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस समय जम्मू और कश्मीर के दौरे पर हैं। कल उन्होंने कश्मीर में युवाओं को संबोधित किया और आज उन्होंने जम्मू की आवाम से संवाद किया। अमित शाह ने कहा कि बीते सात दशक में जम्मू-कश्मीर का विकास नहीं कर पाने के लिए ‘तीन परिवार’ ही जिम्मेदार हैं। जम्मू के साथ अन्याय का दौर अब समाप्त हो गया है। गृह मंत्री ने कहा कि हम ऐसा माहौल बनाना चाहते हैं जिससे आतंकवाद का सफाया हो जाए। गृहमंत्री अमित शाह का कहना था कि मोदी सरकार के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर में 12 हजार करोड़ का निवेश आया है। यही नहीं 2022 तक 51 हजार करोड़ का निवेश आने वाला है। इससे पूरे प्रदेश का कायाकल्प ही हो जाएगा। जम्मू-कश्मीर में विकास का नया चरण शुरू हो गया है। मैं यहां विश्वास दिलाने आया हूं कि कोई भी शांति व विकास को अवरुद्ध नहीं कर सकेगा।
जम्मू कश्मीर में आज हर गांव में ग्राम पंचायत बनी है, हर तहसील के अंदर तहसील पंचायत बनी है, हर जिले के अंदर जिला पंचायत है।
अब यहां 3 परिवारों की दादागिरी नहीं चलेगी।
यहां का पंच-सरपंच भी अब आगे चलकर भारत सरकार में मंत्री बन सकता है, जम्मू कश्मीर का मुख्यमंत्री बन सकता है। pic.twitter.com/G1onSE0T7K
— BJP (@BJP4India) October 24, 2021
विपक्ष पर जमकर साधा निशाना
केंद्रीय गृह मंत्री ने जम्मू में विपक्ष को घेरते हुए कहा कि तीन परिवार पूछ रहे हैं कि क्या देकर जाओगे? मैं यह पूछता चाहता हूं कि पहले तीन परिवार 70 साल का हिसाब दें.. ये तीन परिवार दशकों तक जम्मू-कश्मीर के लोगों का शोषण करते रहे, मजाक उड़ाते थे कि यहां कौन आएगा? राज्य की जनता उनसे जवाब मांग रही है कि सात दशक तक उन्होंने जम्मू-कश्मीर को क्या दिया है। क्या आपने अपने परिवार के सदस्यों के अलावा किसी के बारे में सोचा है?
Union Minister for Home & Cooperation Shri @AmitShah pays obeisance at Gurudwara Digiana Ashram in Jammu. pic.twitter.com/l889RL0drU
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अमित शाह ने कहा की हम ऐसा माहौल बनाना चाहते हैं कि किसी भी व्यक्ति की जान न जाए और आतंकवाद घाटी से पूरी तरह समाप्त हो जाए। रही बात सुरक्षा की तो, साल 2004 से लेकर 2014 तक 2081 नागरिकों की मौत हुई। इस हिसाब से हर साल 208 नागरिकों की मौत हुई। साल 2014 से लेकर साल 2021 तक 249 नागरिकों की मौत हुई। हर साल 20 लोगों की मौत हुई। हम इससे भी संतुष्ट नहीं है। पांच अगस्त, 2019 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ऐतिहासिक फैसला किया। अनुच्छेद-370 और 35ए हटाकर लोगों के साथ न्याय किया।
कल ये तीन परिवार वाले मुझसे सवाल पूछ रहे थे कि क्या देकर जाओगे?
भाई मैं तो हिसाब लेकर आया हूं कि क्या देकर जाऊंगा।
मगर 70 साल तीन परिवार वालों ने जम्मू-कश्मीर में राज किया, आपने क्या दिया इसका हिसाब लेकर आओ।
आज जम्मू-कश्मीर हिसाब मांग रहा है।
– श्री @AmitShah pic.twitter.com/cm6xO6HgsE
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