भारत के अभिन्न अंग कश्मीर को लेकर लगातार विश्व के कई देश भारत पर कसीदे पढ़ते रहते हैं। भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने के लिए कई देश बार-बार मचलते हैं और भारत के द्वारा दिए गए जवाब के कारण उन्हें खामोश होकर बैठना पड़ जाता है। लेकिन उसके बावजूद भी वे लोग कश्मीर के युवकों को भारत के खिलाफ भड़काने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि स्टूडेंट वीजा पर कश्मीर से तुर्की गए कई विद्यार्थियों के सोशल मीडिया पर भारत विरोधी दुष्प्रचार किया जा रहा है। जिसके कारण केंद्रीय एजेंसियां सतर्क हो चुकी हैं और ऐसे विद्यार्थियों के पासपोर्ट रद्द करने के लिए विदेश मंत्रालय को पत्र लिखा जा चुका है।
सुरक्षा एजेंसी से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने दैनिक जागरण को बताया है कि विभिन्न देशों के द्वारा उनके नागरिकों पर किए जा रहे अत्याचारों को भारतीय सेना के द्वारा कश्मीरियों पर अत्याचार बताकर सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है। जब इस पूरे मामले की जांच की गई तो यह पता चला कि यह पूरा कार्य तुर्की से हो रहा है और वहां पर फर्जी एकाउंट के भारत के खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा है। जांच के पश्चात यह बात सामने आई है कि यह अकाउंट कश्मीरी युवकों के द्वारा चलाए जा रहे हैं।
लगभग एक दर्जन से ज्यादा विद्यार्थियों की पहचान हो चुकी है। सुरक्षा एजेंसी से जुड़े हुए अधिकारियों का कहना है कि पहले इन विद्यार्थियों का पासपोर्ट रद्द करने के लिए विदेश मंत्रालय को पत्र लिखा जाएगा और उसके बाद इन सभी पर कार्रवाई की जाएगी। पासपोर्ट रद्द होने की स्थिति में जब यह लोग भारत आएंगे तो निश्चित रूप से उन लोगों को गिरफ्तार किया जा सकता है और उचित दंडात्मक कार्रवाई भी की जा सकती है।