कुछ समय पहले कांग्रेस के दो बड़े नेताओं अशोक गहलोत पर सचिन पायलट के बीच शुरू हुई जंग ने कांग्रेस को एक नया मोड़ दे दिया था। हालांकि काफी विचार-विमर्श के बाद सचिन पायलट को उनके समर्थक विधायकों के साथ पार्टी में वापस बुला लिया गया लेकिन सचिन की ओर से कई शर्ते रखी गई थी। धीरे-धीरे अब ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस में एक बार फिर तकरार शुरू हो सकती है। बुधवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचे सचिन पायलट ने मीडिया से कहा कि सोनिया गांधी के निर्देशों पर कांग्रेस में जो 16 कमेटी बनाई गई थी। उसकी सिफारिशों पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए और किसी भी प्रकार की देरी का कोई कारण सामने नहीं है। सचिन के इस बयान से यह बात साफ होती है कि कांग्रेस में अभी सब कुछ ठीक नहीं है कांग्रेस का विवाद अभी थमा नहीं है।
सचिन पायलट ने कहा कि कई माह पहले एक कमेटी बनी थी। दुर्भाग्यवश अहमद पटेल का स्वर्गवास हो गया और उस पर आगे काम नहीं हो पाया। मुझे विश्वास है कि अब और ज्यादा देरी नहीं होगी। जिन मुद्दों पर आम सहमति बनी थी, उस पर तुरंत कार्यवाही होनी चाहिए, और होगी ऐसा लगता है। हिंदुस्तान में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार यह माना जा रहा है पायलट खेमा अब मंत्रिमंडल में अपने समर्थक विधायकों के लिए 4 मंत्री पद और राजनीतिक नियुक्तियों में भी बराबर की भागीदारी मांग रहा है। अपनी इन मांगों को लेकर सचिन पायलट प्रियंका गांधी और अजय माकन से पहले भी मिल चुके हैं।