कोरोनावायारस का लेकर इन दिनों कई अच्छी खबरें सामने आ रही है। हाल ही में खबर आई थी कि पेट के कीड़े मारे वाली दवाई आईवरमैक्टीन (Ivermectin) इसके इलाज में कारगर साबित हो रही है। वहीं अब खबर है कि इस वायरस से लड़ने के लिए होम्योपैथिक दवा का आविष्कार कर लिया गया है। आगरा के नेमिनाथ होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (Neminath Homeopathic Medical College and Hospital) द्वारा यह दावा किया जा रहा है कि होम्योपैथिक की दवा कोरोना के मरीजों पर असरदार साबित हो रही है।
कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर प्रदीप गुप्ता (Doctor Pradeep Gupta) ने बताया कि पूरे देश में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (Indian Council of Medical Reseach) द्वारा कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए केवल उनके कॉलेज को मंजूरी मिली थी। इसके लिए उन्होंने 44 मरीजों को अपने हॉस्पिटल में भर्ती किया था। उन मरीजों में से 22 मरीजों का होम्योपैथिक दवा (Homeopathic Medicine for Cororna treatment) के जरिए उपचार किया गया और बाकी मरीजों की रेगुलर देखभाल की गई।
जिन मरीजों को होम्योपैथिक दवा दी जा रही थी उन्हें मात्र तीन दिन के भीतर कोरोना के लक्षणों से छुटकारा मिल गया। साथ ही एक सप्ताह के बाद सभी मरीज पूरी तरह से स्वस्थ्य हो गए है। होम्योपैथ दवा शरीर में किसी प्रकार का साइड इफेक्ट नहीं करती है और ये अंग्रेज़ी दवाइयों के मुकाबलें सस्ती भी होती है। डॉक्टर प्रदीप गुप्ता ने बताया कि प्रथम परिक्षण की रिपोर्ट आईसीएमआर के पास भेज दी गई है, यदि उनकी दवा को मंजूरी मिलती है तो पूरे देश में यह दवा मुफ्त में उपलब्ध कराई जाएगी।