अलीगढ़ में जहरीली शराब से अब तक 80 लोगों की मौत, रालोद नेता का नाम आया सामने

आज से 4 दिन पहले अलीगढ़ थाना लोधा क्षेत्र के अंतर्गत गांव करसुआ में जहरीली शराब पीने से 7 लोगो की मौत हुई थी। लेकिन अभी लगभग 4 दिन बीत गए है और मरने वालो कि संख्या 80 तक पहुंच गई है।

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अलीगढ़ शराब कांड में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। घटना के चौथे दिन भी जहरीली शराब से लोग मर रहे हैं। गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है कई दिनों से लोगों के घर में चूल्हा नहीं जला है। पुलिस प्रशासन लगातार करवाई कर दोषियों को पकड़ रही है। सोमवार को पुलिस ने उस फैक्टरी का भी भंडाफोड़ कर लिया है जहां से शराब फैक्टरी में मिथाइल अल्कोहल की सप्लाई की गई थी। और वही सहयोगी सहित रिमांड पर लिए गए रालोद नेता अनिल चौधरी से भी लगातार पूछताछ जारी है। शराब कांड में मुख्य आरोपियों में अनिल चौधरी और ठेकेदार नरेंद्र का नाम है।

इस दौरान प्रयास किया जा रहा है कि उनसे इस रैकेट के एक-एक राज उगलवाए जाएं। साथ में फरार साथियों के विषय में भी पता लगाया जा सके। एसपी शुभम पटेल के अगुवाई में लगातार पूछताछ चल रही और सच उगलवाने का लगातार प्रयास जारी है उन्होंने बताया कि इस बीच अगर फरार सरगनाओं में से कोई पकड़ा गया तो इनका आमना-सामना कराकर भी तथ्यों को जोड़ा जाएगा।

चार टीमों का गठन कर की जा रही जांच

1. एसपी देहात शुभम पटेल के नेतृत्व में टीम गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ, कार्रवाई, सभी का डोजियर बनाने का काम करेगी। इस टीम में सीओ खैर, इंस्पेक्टर खैर व देहात की एसओजी शामिल रहेगी।
2. एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुणावत के नेतृत्व वाली टीम रासुका की सभी कार्रवाई पूरी करना सुनिश्चित करेगी। इस टीम में सीओ तृतीय, सीओ गभाना, एसओ जवां, एसओ लोधा व शहर की एसओजी शामिल रहेगी।
3. एसपी यातायात सतीशचंद्र के नेतृत्व की टीम विवेचना कराने से लेकर न्यायालय में आरोपियों के खिलाफ पैरोकारी का काम करेगी।
4. एसपी अपराध राजेश कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व वाली टीम आरोपियों पर गैंगेस्टर और संपत्ति जब्तीकरण की कार्रवाई पूरी करेगी। इस टीम में सीओ एलआईयू, एसओजी, सर्विलांस के प्रभारी रहेंगे।

अब तक 10 तस्करो को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है और वही 5 को शाम तक दबोचा गया है। अब तक कुल मिला के 15 की गिरफ्तारी की जा चुकी है। टप्पल व पिसावा के मुकदमों के संबंध में शनिवार को पकड़े गए चारों आरोपियों को रविवार को जेल भेज दिया गया। और बाकी इनामी आरोपियों के लिए जगह-जगह दबिश दी जा रही है।

इस पूरे प्रकरण की जानकारी जब सूबे के मुखिया को मिली थी तब उन्होंने सख्त आदेश देते हुए कहा था कि, जो भी इस मामले में दोषी करार दिया जाएगा। उस पर NSA लगाकर उसकी सारी सम्पत्ति को जप्त किया जाए। और वही मरने वाले परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और हर संभव मदद करने की बात कही थी।

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