जम्मू कश्मीर शुरू से ही खूनी रंजिशों के कारण सुर्खियों में रहा है। अब एक बार फिर जम्मू कश्मीर में इस तरह का खूनी खेल शुरू हो चुका है। ईद की पूर्व संध्या पर आतंकवादियों ने दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला महासचिव समेत तीन भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा कर उनकी हत्या कर दी। वारदात की जिम्मेदारी रजिस्ट्रेंट फ्रंट नाम की एक आतंकी संगठन ने ली है और पुलिस मामले में छानबीन कर रही है। वहीं दूसरी तरफ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीए मीर, पीपुल्स कांफ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद गनी लोन व भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर ने इस हमले की निंदा की है। सभी भाजपा कार्यकर्ताओं के परिजनों के प्रति संवेदना भी व्यक्त कर रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार यह पता चला है कि गुरुवार रात करीब 8:30 बजे भारतीय जनता युवा मोर्चा की कुल गांव इकाई के महासचिव फिदा हुसैन दो साथियों उमर रशीद बैग और उमर रमजान हज्जाम के साथ कहीं जा रहे थे। वाई के पोरा में ईदगाह के पास आतंकियों ने उनके सामने आकर उनकी कार को गोलियों से भून दिया। गोलियों की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे लोगों ने पुलिस को सूचित किया और तीनों को अस्पताल पहुंचाया डॉक्टरों ने फ़िदा हुसैन को मृत घोषित कर दिया जबकि उमर रसीद में और उमर रमजान में अस्पताल में उपचार के दौरान आखिरी सांस ली। जम्मू कश्मीर में लगातार भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की हत्या हो रही है। अब जम्मू कश्मीर में आतंकवादी प्रत्येक धर्म के लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं।