सोशल मीडिया पर हिंदू तथा सिख संगठनों के विरोध का प्रभाव अब APEDA पर दिखाई दिया है। संगठनों के विरोध के बाद एग्रीकल्चर एंड प्रोसीड फूड प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट अथॉरिटी ने अपने मैनुअल से हलाल शब्द को हटा दिया है। अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार APEDA ने अपने एक बयान में कहा है कि इस फैसले का सरकार से कोई लेना-देना नहीं है, कई देशों में आयात-निर्यात के नियमों को देखते हुए ये फैसला लिया गया है।
GREAT NEWS: THANKS🙏@narendramodi @PiyushGoyalOffc
Govt removes word HALAL from @APEDADOC
Now all are eligible to register. Halal certification NOT mandatory.
No discrimination. One country, One Law.
It’s message to all hotels, restaurants others serving Halal on Sly. Jai Hind pic.twitter.com/LpjPBG3135— Harinder S Sikka (@sikka_harinder) January 4, 2021
हम आपको बता दें भारत से निर्यात होने वाले रेड मीट पर अब यह लिखा होना जरूरी नहीं होगा कि ‘इस्लामिक देशों की जरूरत को देखते हुए मीट के लिए जानवरों को हलाल किया गया है।” लेकिन अब वाणिज्य मंत्रालय की संस्था कृषि एवं प्रोसेस्ड फूड एकर्सपोर्ट डेवलप्मेंट अथॉरिटी (APEDA) ने मीट निर्यात के लिए बने रेड मीट मैनुअल से हलाल शब्द हटा दिया है। इस्लामिक देशों में हलाल उत्पादों की अधिक मांग रहती है इसीलिए निर्यात किए जाने वाले मीट पर हलाल शब्द का प्रयोग किया जाता था।