धार्मिक कट्टरतावाद के कारण फ्रांस में एक हफ्ते के भीतर दो आतंकी हमले हो चुके हैं। पहले क्लास में विवादित कार्टून दिखाने वाले टीचर का स्तर उन्हीं के छात्र ने की कलम कर दिया और उसके बाद शहर में चर्च के बाहर एक व्यक्ति ने चाकू से महिला समेत तीन व्यक्तियों की हत्या कर दी। वहीं अब शनिवार को भी एक अज्ञात बंदूकधारी ने चर्च के पादरी की गोली मारकर हत्या कर दी। इस मामले में एक संदिग्ध व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया गया है।
यह बताया जा रहा है कि लगातार हो रहे हमलों के बाद फ्रांस में सैनिकों की संख्या दोगुनी कर दी गई है। मेक्रो ने इन घटनाओं को इस्लामिक आतंकवाद करार दिया और उसके बाद मुस्लिम देशों के निशाने पर मेक्रो आ चुके हैं। इसके बाद एक मीडिया हाउस से बातचीत करते हुए फ्रांस के राष्ट्रपति ने कहा कि पूरे मामले को गलत तरीके से समझा जा रहा है। वे मोहम्मद पैगंबर के कार्टून का समर्थन नहीं करते इस कार्टून से कई लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची है इसके बाद भी देश में अभिव्यक्ति की आजादी की रक्षा की जाएगी इसमें कार्टून छपना भी शामिल है।
फ्रांस के राष्ट्रपति ने इस्लाम को आतंकवाद से जोड़ने के बाद अब यह कहा है कि वह मुस्लिमों का सम्मान करते हैं और वे समझ सकते हैं कि मुस्लिम पैगंबर मोहम्मद का कार्टून बनाए जाने से आहत हैं। इन सबके बाद भी इसकी प्रतिक्रिया में हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
Image Attribution: Kremlin.ru, CC BY 4.0, via Wikimedia Commons