देश में अब जल्द ही डेंगू पर लगाम लगाई जा सकेगी। अभी तक डेंगू का कोई भी इलाज नहीं था आप वैज्ञानिक डेंगू की दवा बनाने की कोशिश कर रहे थे। इस समस्या को देखते हुए मुंबई स्थित सन फार्मा कंपनी डेंगू की दवा तैयार करने में जुटी थी। पौधों पर आधारित दवा प्यूरीफाइड एक्यूस एक्सट्रैक्ट आफ कुक्कुलस हिरसूटस (एक्यूसीएच) तैयार करने में कामयाब हुई है, इसमें एंटी वायरल प्रवृत्ति होती है। यह दबाव बन चुकी है और इसका क्लीनिकल ट्रायल भी अब शुरू हो जाएगा। देश में लगभग 20 सेंटरों में 10,000 डेंगू मरीजों पर ट्रायल होना है। जिसमें जी एसडीएम और लखनऊ का किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी शामिल है। जीएसवीएम में 100 मरीजों पर दवा का ट्रायल कर असर देखा जाएगा।
देश के 20 सेंटरों पर ट्रायल:
कानपुर, लखनऊ, आगरा, मुंबई, थाणे, पुणे, औरंगाबाद, अहमदाबाद, कोलकाता, बेंगलुरु, मंगलोर, बेलगाम, चेन्नई, चंडीगढ़, जयपुर, विशाखापटनम, कटक, खुर्दा, जयपुर एवं नाथवाड़ा।
ये शर्तें करनी होगी पूरी:
- डेंगू पीडि़त मरीज की उम्र 18 वर्ष से ऊपर हो।
- मरीज में डेंगू की पुष्टि 48 घंटे पहले हुई हो।
- आठ दिन तक हॉस्पिटल में रखा जाएगा।
- सात दिन तक उसे दवा की डोज दी जाएगी।
- इलाज के 17 दिन बाद तक रहेगा निगरानी में।