हरिद्वार में 12 वर्ष के अंतराल पर कुंभ मेले का आयोजन किया गया है। हमेशा की तरह इस कुंभ में कोरोना संक्रमण के बाद भी बहुत सारे लोग आ रहे हैं। इसीलिए यहां की व्यवस्थाओं को संभालना केवल सरकार के बस की बात नहीं है इसीलिए यहां की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को एक पत्र लिखा गया था। इस पत्र में आरएसएस के पदाधिकारियों को याद दिलाया गया है कि उन्होंने पहले भी राज्य में आयोजित राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय आयोजन में मदद की है। यह कहा गया है कि संघ ने नंदा देवी यात्रा, हिमालयी कुंभ वगैरह में प्रशासन व पुलिस की मदद की है। पुलिस महानिरीक्षक ने गुजारिश की थी कि कुंभ के मौके पर भीड़ नियंत्रित करने और यातायत को सुचारु रुप से चलाने के लिए आरएसएस उनकी मदद करे।
महाकुंभ में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए ओम पुल घाट पर आरएसएस के स्वयंसेवकों को शपथ दिलाई गई थी। इसके साथ ही सभी ने मां गंगा को साक्षी मानकर शपथ ली कि वह महाकुंभ मेले के दौरान अपनी पूरी तन्मयता के साथ सेवा करेंगे। शपथ ली कि वह श्रद्धालुओं की मदद करेंगे। इस दौरान संत मान दास, क्षेत्र संचालक पश्चिम उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड सूर्यप्रकाश तोम, प्रांत प्रचारक युद्धवीर सक्षम आनंद प्रकाश मेहरा, नगर प्रचार प्रमुख अमित शर्मा, जिला प्रचारक अमित, हरिद्वार सक्षम के अखिल भारतीय संयुक्त सचिव डॉ. संतोष समेत अन्य लोग मौजूद रहे थे।
इसी बीच सोशल मीडिया पर कुछ ऐसी तस्वीरें वायरल हो रही है इसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक के स्वयंसेवक अपने कार्यों को संपन्न करते दिखाई दे रहे हैं। इन तस्वीरों में स्वयंसेवक यातायात को व्यवस्थित रूप से संचालित करने के लिए कार्य कर रहे हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों तथा आम लोगों के द्वारा इन तस्वीरों को लगातार सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। जो लोग संघ को एक सांप्रदायिक संगठन बताते हैं उन्हें इन तस्वीरों को गौर से देखना चाहिए कि जब कोरोना संक्रमण के कारण वे लोग घरों में बैठे हैं उस दौर में संघ के स्वयंसेवक हरिद्वार में लगाए जा रहे कुंभ में अपना योगदान दे रहे हैं।