प्रधानमंत्री मोदी ने केरल की रैली में जुडास और ईसामसीह का किया जिक्र, सत्तारूढ़ एलडीएफ गठबंधन पर साधा निशाना

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय केरल में भारतीय जनता पार्टी की सरकार के लिए प्रचार कर रहे हैं। केरल में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने ईसा मसीह और जुडास का जिक्र किया।पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, 'जुडास ने चांदी के कुछ सिक्कों की खातिर प्रभु ईसा मसीह के साथ विश्वासघात किया था। एलडीएफ सरकार सोने के कुछ सिक्कों की खातिर केरल के साथ धोखा कर रही है।'

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भारत के पांच प्रमुख राज्यों में आने वाले समय में विधानसभा चुनाव होने हैं। 1 अप्रैल को पश्चिम बंगाल में दूसरे चरण की वोटिंग होगी जिसमें ममता बनर्जी और शुभेंदु अधिकारी के भविष्य पर मोहर लगा दी जाएगी। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो कि भारतीय जनता पार्टी के सबसे बड़े स्टार प्रचारक हैं वे केरल में भाजपा के लिए प्रचार कर रहे हैं। आज एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईसा मसीह और जुडास का जिक्र किया। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘जुडास ने चांदी के कुछ सिक्कों की खातिर प्रभु ईसा मसीह के साथ विश्वासघात किया था। एलडीएफ सरकार सोने के कुछ सिक्कों की खातिर केरल के साथ धोखा कर रही है।’ प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान निश्चित रूप से ईसाई धर्म के लोगों को पार्टी की ओर आकर्षित करने का अस्त्र माना जा रहा है। केरल में ईसाई समुदाय का बाहुल्य है और ईसाई समुदाय के लोग जिस पार्टी की और वोट करते हैं केरल में उसी पार्टी की सरकार बनती है।

कौन था जुडास?

जुडास उन 12 लोगों में से एक था जिन्हें ईसा मसीह ने अपने संदेशों का प्रचार करने के लिए चुना था लेकिन जुडास का नाम ईसा मसीह को गिरफ्तार कराने के लिए प्रसिद्ध है। जिसके बाद उनको सूली पर चढ़ा दिया गया था। माना जाता है कि चांदी के 30 सिक्कों के लिए जुडास ने ईसा मसीह से विश्वासघात किया था। और उनकी पहचान को उजागर कर दिया था। जुडास ही ईसा मसीह को गिरफ्तार कराने के लिए लोगों को लेकर पहुंचा था और उन्हें किस करके उनकी पहचान को उजागर कर दिया था। इसके बाद ईसा मसीह को गिरफ्तार करके सूली पर चढ़ा दिया गया था।

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