लखीमपुर खीरी मामले को लेकर पूरे देश में राजनीतिक माहौल बन चुका है। खासकर उत्तर प्रदेश में सभी विपक्षी पार्टियां अपने अपने राजनीतिक फायदे के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को घेरने का काम कर रही है। इसी बीच कुछ विपक्षी पार्टियों को ऐसा लगता है कि लखीमपुर खीरी मामले पर राजनीति करके वे पार्टियां अपना जनाधार बढ़ा लेंगी। लेकिन अब इसी मामले पर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने भी अपनी राय सबके सामने रख दी है। उन्होंने इस मामले को लेकर कांग्रेस पार्टी पर भी निशाना साधा है। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर कांग्रेस का नाम लिए बिना लिखा है कि जो लोग या पार्टियां यह सोच रही हैं कि ‘ग्रैंड ओल्ड पार्टी’ के सहारे विपक्ष की तुरंत वापसी होगी वे गलतफहमी में हैं। उनको निराशा ही हाथ लगेगी। उन्होंने आगे लिखा है कि दुर्भाग्य से ‘ग्रैंड ओल्ड पार्टी’ की जड़ों और उनकी संगठनात्मक संरचना में बड़ी कमियां हैं। फिलहाल इस समस्या का कोई समाधान भी नहीं है।
People looking for a quick, spontaneous revival of GOP led opposition based on #LakhimpurKheri incident are setting themselves up for a big disappoinment.
Unfortunately there are no quick fix solutions to the deep-rooted problems and structural weakness of GOP.
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) October 8, 2021
लखीमपुर खीरी में हुए घटनाक्रम के बाद कांग्रेस पार्टी ऐसा मानती थी कि प्रियंका गांधी और राहुल गांधी की राजनीति के कारण शायद उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी का जनाधार बढ़ सकता है। लेकिन चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के इस दाबे ने इस पार्टी के सपनों को चूर चूर कर दिया है। खबरों के मुताबिक, बंगाल चुनाव के बाद अटकलें थी कि पीके कांग्रेस का हाथ थाम सकते हैं, लेकिन उनके इस ट्वीट ने सभी अटकलों पर लगभग विराम लगा दिया है। प्रशांत किशोर अभी भी विपक्ष को भाजपा से मुकाबला करने लायक नहीं मानते हैं। उन्होंने पहले भी एक बयान में कहा था कि पार्टियों को अपने संगठनात्मक ढांचे में बदलाव करने की जरूरत है। ऐसे में उनके नए बयान को चुनाव से जोड़ कर देखा जा रहा है।