देश में संक्रमण की गति को रोकने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। कई प्रदेशों में यह प्रयास सफल तो कई प्रदेशों में यह प्रयास असफल भी हुए हैं। चुनावों के दौरान जिस प्रकार की भीड़ चुनावी रैलियों में देखी गई उससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस प्रकार राजनीतिक पार्टियों ने संक्रमण को बढ़ाने का काम किया है? अब जब सभी राज्यों के नतीजे आ चुके हैं तो निश्चित रूप से अपने-अपने प्रदेशों पर काम करने की इच्छा सभी मुख्यमंत्रियों के मन में जाग गई होगी। इसी बीच खबर आ रही है कि देश के प्रमुख 13 विपक्षी दलों ने संयुक्त बयान जारी करके केंद्र सरकार से अनुरोध किया है कि सरकार देश में बड़े पैमाने पर मुफ्त टीकाकरण अभियान चलाए।
बयान में कहा गया है, ‘कोरोना महामारी से उत्पन्न संकट के बीच हम केंद्र सरकार से देश के सभी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों पर निर्बाध ऑक्सीजन सप्लाई की केंद्र सरकार से अपील करते हैं। इसके साथ ही हम देश में बड़े पैमाने पर मुफ्त टीकाकरण अभियान चलाने की भी अपील करते हैं। इसके लिए 35 हजार करोड़ रुपए के बजट की व्यवस्था की जाए।’
इन लोगों ने लिखा है पत्र
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी
- जेडीएस सुप्रीमो एचडी देवगौड़ा
- एनसीपी चीफ शरद पवार
- शिवसेना चीफ और महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे
- टीएमसी सुप्रीमो और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी
- झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन
- आरजेडी नेता तेजस्वी यादव
- फारुख अब्दुल्ला
- डी राजा
- एमके स्टालिन
- अखिलेश यादव
- सीताराम येचुरी