चुनाव परिणाम आते ही देश के कई राज्यों में शुरू हुआ लॉकडाउन, जानिए क्या लगाया जा सकता है राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन

देश में बढ़ रहे कोरोनावायरस के मामलों को रोकने के लिए सरकार ने जो प्रयास कर रही हैं उन प्रयासों के सफल होने में तो समय लगेगा। लेकिन लगातार यह बातें भी कही जा रही है कि यदि देश में और अलग-अलग राज्यों में लॉकडाउन लगा दिया जाए तो संक्रमण की रफ्तार को कम किया जा सकता है। लोग ऐसा मान रहे थे कि चुनावों के समाप्त होने के बाद शायद देश के अलग-अलग राज्यों में लॉकडाउन लगे।

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देश में बढ़ रहे कोई संक्रमण को रोकने के लिए राज्य सरकारों ने अपने-अपने राज्यों में बहुत सारे नियम और नए कानून बना दिए हैं। किसी राज्य ने बाजार खोलने के लिए समय तय कर दिया है तो किसी राज्य ने साप्ताहिक लॉकडाउन को 2 से 3 दिन तक कर दिया है। इसी बीच देशवासियों के मन में यह सवाल काफी दिनों से उठ रहा था कि कहीं चुनाव समाप्त होने के बाद देश में और राज्यों में लॉकडाउन तो नहीं लगा दिया जाएगा? देशवासियों की आशंका धीरे-धीरे सच होती दिखाई दे रही है।

रविवार को राष्ट्रीय टास्क फोर्स ने जहां दोबारा से दो सप्ताह के लिए राष्ट्रीय लॉकडाउन लगाने की सिफारिश की है। वहीं हरियाणा, ओड़िशा सहित कुछ राज्यों ने लॉकडाउन की घोषणा भी कर दी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ही अनुसार 150 जिलों में संक्रमण दर 15 फीसदी से भी ज्यादा है। जबकि 250 जिलों में संक्रमण दर 10 से 15 फीसदी के बीच है। ऐसे में इन इलाकों में एक सख्त लॉकडाउन की आवश्यकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इन जिलों में संक्रमण की गति को रोकने के लिए लॉकडाउन एक अच्छा उपाय हो सकता है।

हालांकि प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ समय पहले ही लॉकडाउन ना लगाने की बात कही थी। पीएम मोदी ने 20 अप्रैल को देश के नाम संबोधन में ही यह स्पष्ट कर दिया था कि सरकार लॉकडाउन नहीं लगाना चाहती। वह लॉकडाउन लगाने के पक्ष में नहीं हैं। उन्होंने राज्यों से भी कहा था कि लॉकडाउन का इस्तेमाल अंतिम विकल्प के रूप में ही किया जाए। इस वक्त देश के लिए दवा भी और कढ़ाई की आवश्यकता है।

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