एक कहावत आपने जरूर सुनी होगी “जिंदगी एक सफर है सुहाना यहाँ कल क्या हो किसने जाना” हमारी जिंदगी में सब कुछ बहतर चल रहा होता है लेकिन अचानक से हम हमारी गलतियों या फिर परस्थितियों की वजह से सब खराब कर लेते हैं ऐसे में कभी कभी हम अपने जीवन की गाड़ी को पटरी से उतार देतें हैं और सब कुछ सामन्य करना बेहद मुश्किल हो जाता है । कुछ इसी तरह की कहानी सैनिटाइजर पीकर मरने वाले पहलवान अजय ठाकुर अज्जू की है।
हिमाचल प्रदेश स्थित नालागढ़ के सैनी माजरा निवासी अजय को राष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल मिला था। इतना ही नहीं उसने सेना में तीन साल सूबेदार के पद पर भी अपनी सेवाएं दीं लेकिन उसका मन नहीं लगा और उसने नौकरी छोड़ दी। बता दें कि अजय की सैनिटाइजर पीने से मौत हुई हो गई ।
आज से करीब 11 माह पूर्व पंचकूला में हुई डकैती में क्राइम ब्रांच ने घटना के आठ माह बाद शक की बिनाह पर उसे घर से गिरफ्तार किया था। इसके बाद से ही अजय परेशान था, मानसिक तनाव से गुजर रहा था और पिछले तीन माह से जेल में बंद अजय लगातार दो दिन से सैनिटाइजर पी रहा था। हालात ज्यादा बिगड़ने पर उसे नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान सोमवार को उसकी मौत हो गई।
अजय अपने दोस्त वीके राणा के साथ मिलकर सैनी माजरा में खोले गए बजरंग अखाडे़ में युवाओं को पहलवानी के दाव-पेंच सिखाता था । आपको बता दें कि अखाड़े में आज भी करीब दो दर्जन युवा ट्रेनिंग ले रहे हैं।
जेल जाने के बाद से अजय बेहद परेशान रहता था परिवार वालों की माने तो उसका स्वास्थ्य भी ठीक नहीं था जेल अधीक्षक लखबीर सिंह ने भी मौत का कारण मानसिक तनाव होने का शक जताया है जिसकी वजह से उसने सैनिटाइजर पीकर खुद को मौत के घाट पहुंचा दिया।