राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने मोदी सरकार को बॉर्डर पर अतिरिक्त चौकसी बरतने की सलाह दी है। विजयदशमी के मौके पर अपने संबोधन के दौरान मोहन भागवत ने कहा है कि भारत को तालिबान से सावधान रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि तालिबान के बदलने की बातें हो रही हैं लेकिन हमें उसका चरित्र पता है।
भागवत ने कहा है कि तालिबान भले ही बदल गया हो लेकिन क्या पाकिस्तान और चीन बदल गए हैं? चीन और पाकिस्तान का इरादा भारत को लेकर आज तक नहीं बदला है। हमें अपने बॉर्डर को लेकर सावधान रहने की जरूरत है। संवाद के रास्ते पर चलना चाहिए लेकिन हमें हर परिस्थिति को लेकर तैयार रहने की जरूरत है। जहां विवाद रहा है वो तो समझ आता है लेकिन जहां विवाद नहीं रहा है वहां भी विवाद हो रहा है। इन्हें जल्द से जल्द सुलझाने की जरूरत है। बाहर से होने वाले खतरे का फायदा आतंरिक उपद्रवी न उठा सकें, इसकी कोशिश करनी चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि आतंकी अपने अस्तित्व को बचाने के लिए लोगों के बीच डर पैदा कर रहे हैं और यही कारण है कि वे लक्षित हत्याएं कर रहे हैं। हमें आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिए जाने की जरूरत है।