सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या का मामला अब सुलझ ने की ओर जा चुका है। इस समय पर मशहूर गीतकार प्रसून जोशी ने सुशांत की आत्महत्या पर टिप्पणी की है और उन्होंने आत्महत्या के बारे में ऐसी बात कही है जो निश्चित रूप से प्रत्येक व्यक्ति को समझनीं भी चाहिए। प्रसून जोशी ने कहा कि उनकी राय में हत्या की तुलना में आत्महत्या एक बड़ी चिंता का विषय है !..क्योंकि हत्यारों को पकड़ा जा सकता है और दंडित किया जा सकता है!.. प्रसून जोशी ने आत्महत्या कोई बीमारी बताया, जिसे लेकर समाज को ज्यादा चिंता करनी चाहिए। उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि फिल्म इंडस्ट्री को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए, ताकि ही समझा जा सके कि कुछ लोग इस तरह के दबाव में क्यों आते हैं? बता दें कि सुशांत सिंह राजपूत ने 14 जून को अपने अपार्टमेंट में आत्महत्या कर ली थी।
प्रसून जोशी ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा आत्महत्या मेरे लिए हत्या से भी बड़ी चिंता का विषय है, क्योंकि हत्या में एक अपराधी होता है!.. जबकि आत्महत्या एक बीमारी है इससे यह बात स्पष्ट हो जाती है कि कुछ तो सही नहीं है, लोग असुरक्षित तो है और चीजों का सामना करने के लिए सक्षम नहीं है!.. यह कोई छोटी बात नहीं है, यह एक बीमारी की जड़ है ! इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए। यह सिर्फ कुछ हिट फिल्मों को लेकर नहीं है। आखिर जीवन फिल्मों से बड़ा होता है।
इंडस्ट्री में बहुत से संवेदनशील लोग हैं। जरूरत इस बात की है कि सभी रचनात्मक स्तर पर साथ आए और इससे उबरने का प्रयास भी करें। सुशांत सिंह राजपूत के मामले में शनिवार को एम्स के डॉक्टरों ने सुशांत की मौत को आत्महत्या का मामला बताया और गला घोटने के दावों को खारिज किया 29 सितंबर को सीबीआई को सौंपी गई फॉरेंसिक रिपोर्ट में विशेषज्ञों की छह सदस्यीय टीम ने कहा था, “सुशांत के शरीर पर किसी प्रकार की कोई निशान नहीं थे और ना ही किसी भी प्रकार की छेड़खानी का पता चलता है। “