देश के करीब 11 राज्यों में संक्रमण के मामले तेजी के साथ बढ़ रहे हैं। हालांकि उत्तर प्रदेश में यह आंकड़ा काफी कम है। लेकिन इसके बावजूद भी उत्तर प्रदेश की सरकार संक्रमण को प्रदेश में फैलने से रोकना चाहती है। इसीलिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 13 जिलों के डीएम और कमिश्नर को यह आदेश दिए हैं, इन जिलों में सभी अधिकारी अधिक सख्ती के साथ पेश आएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजाना 100 से अधिक कोरोना केस या कोई एक्टिव केस की संख्या 500 से अधिक आने वाले जिलों में नाइट कर्फ्यू के संबंध में समुचित फैसला लिया जाना चाहिए। हालांकि मुख्यमंत्री ने यह भी कहा है कि किसी भी प्रकार की आपातकालीन व्यवस्थाओं को बाधित ना किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कोलकाता से लौटने के बाद बुधवार रात कोविड-19 से प्रभावित 13 जिलों के अफसरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में यह बातें कहीं। उन्होंने कहा कि इन जिलों में पॉजिटिविटी दर में गिरावट हुई है। वहां कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग बढ़ाई जाए। मास्क न लगाने वालों पर जुर्माना लगाया जाना चाहिए। इन सभी जिलों में निगरानी के लिए तत्काल विशेष सचिव स्तर के अधिकारियों की तैनाती की जाए। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के साथ-साथ दक्षिण भारत के कुछ राज्यों में कोविड संक्रमण की स्थिति तेजी से खराब हो रही है। ऐसी स्थिति में वहां रहने वाले उत्तर प्रदेश के नागरिकों की वापसी संभावित है। जिस तरह पिछली बार लॉकडाउन के समय में प्रवासियों की भारी भीड़ के कारण न केवल संक्रमित मामलों की संख्या में इजाफा हुआ वहीं दूसरी तरफ प्रवासी मजदूर भी इस दौरान बहुत ज्यादा परेशान हुए। पंचायत चुनाव की प्रक्रिया भी चल रही है।