कश्मीर हमेशा ही आतंकवादियों के लिए एक बड़ा और महत्वपूर्ण स्थान रहा है। इसीलिए भारत से दुश्मनी रखने वाले यह सभी आतंकी कश्मीर में हमेशा ही आतंक फैलाते रहे हैं। अनुच्छेद 370 के हटने के बाद जम्मू कश्मीर को पूरी तरह से भारतीय सेना के द्वारा रक्षित किया जा रहा है इसी बीच कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने सोमवार को बताया है कि आतंकवादियों ने पंपोर,सोपोर और शोपियां में हमलों के लिए बार बार मस्जिदों का गलत इस्तेमाल किया है। विजय कुमार ने बताया कि सार्वजनिक, मस्जिद इंतजामियां, नागरिक, समाज और मीडिया को इस तरह के कृत्यों की निंदा करनी चाहिए। आईजी के मुताबिक, आतंकवादियों ने 19 जून, 2020 को पंपोर में हमलों के लिए मस्जिद की आड़ ली, 1 जुलाई, 2020 को सोपोर और 9 अप्रैल, 2021 को शोपियां में।
आईजी ने बताया कि 19 जून 2020 को पंपोर मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए थे, ये सभी भी शरण लेने के लिए जामिया मस्जिद में घुस गए थे। 1 जुलाई, 2020 को सोपोर के एक मस्जिद से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की पार्टी पर आतंकवादियों द्वारा गोलीबारी किए जाने के बाद एक जवान और एक नागरिक की मौत हो गई, जबकि तीन कर्मियों को चोटें आईं। उन्होंने बताया कि 9 अप्रैल को शोपियां में 5 आतंकवादी मारे गए थे, जहां पर आतंकवादियों ने मस्जिद के अंदर से हम पर फायरिंग की।मस्जिद को नुकसान न पहुंचे इसलिए सुरक्षाबलों ने उसके भाई और इमाम साहब को मस्जिद के अंदर भेजा। हालांकि, कोशिश नाकामयाब रही और आतंकियों फिर से गोलियां बरसाना शुरू कर दिया था।