1969 में राजनैतिक सफर की शुरुआत करने वाले भारत के पूर्व राष्ट्रपति का 84 साल की उम्र में निधन हो गया। उनकी स्थिति लगातार गंभीर बनी हुई थी जिसके चलते उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया था। प्रणव मुखर्जी ने अपने कोरोना पॉजिटिव होने की बात भी शेयर की थी। प्रणव मुखर्जी को पिछले साल भारत रत्न मिला था। पिछले दिनों उनकी बेटी शर्मिष्ठा ने ट्वीट करके अपनी ख़ुशी जाहिर करते हुए लिखा, कि मेरे लिये वह सबसे ख़ुशी का दिन था, क्यों कि उस दिन मेरे पिता को भारत रत्न मिला था। प्रणव मुखर्जी 1975, 1981, 1993 और 1999 में राज्यसभा में रहें। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने प्रणब मुखर्जी के साथ कार्य किया। प्रणब मुखर्जी को उचित सम्मान दिया।
महामहिम राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने अपने ट्विटर से ट्वीट करते हुए लिखा “पूर्व राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी के स्वर्गवास के बारे में सुनकर हृदय को आघात पहुंचा। उनका देहावसान एक युग की समाप्ति है। श्री प्रणब मुखर्जी के परिवार, मित्र-जनों और सभी देशवासियों के प्रति मैं गहन शोक-संवेदना व्यक्त करता हूँ।”
पूर्व राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी के स्वर्गवास के बारे में सुनकर हृदय को आघात पहुंचा। उनका देहावसान एक युग की समाप्ति है। श्री प्रणब मुखर्जी के परिवार, मित्र-जनों और सभी देशवासियों के प्रति मैं गहन शोक-संवेदना व्यक्त करता हूँ।
— President of India (@rashtrapatibhvn) August 31, 2020
प्रधानमंत्री मोदी मोदी ने भी पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी श्रद्धा सुमन अर्पित किए हैं ! उन्होंने अपने ट्विटर से ट्वीट करते हुए लिखा, “भारत ने भारत रत्न श्री प्रणब मुखर्जी के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने हमारे राष्ट्र के विकास पथ पर एक अमिट छाप छोड़ी है। एक विद्वान सम उत्कृष्टता, एक राजनीतिज्ञ, वह राजनीतिक स्पेक्ट्रम के पार और समाज के सभी वर्गों द्वारा प्रशंसित थे। ”
India grieves the passing away of Bharat Ratna Shri Pranab Mukherjee. He has left an indelible mark on the development trajectory of our nation. A scholar par excellence, a towering statesman, he was admired across the political spectrum and by all sections of society. pic.twitter.com/gz6rwQbxi6
— Narendra Modi (@narendramodi) August 31, 2020