महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और वर्तमान मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बीच एक बार फिर नया विवाद प्रारंभ हो गया है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे तथा देवेंद्र फडणवीस ने बारिश के कारण हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए सोमवार को पश्चिम महाराष्ट्र का दौरा किया। बारामती में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि केंद्र सरकार कि मदद का इंतजार न करके महाराष्ट्र सरकार को तत्काल बाढ़ प्रभावितों की मदद करनी चाहिए। इस मामले पर सोलापुर में मुख्यमंत्री ने देवेंद्र फडणवीस का नाम लिए बिना उन पर पलटवार किया और उद्धव ठाकरे ने कहा, “बिहार में विधानसभा चुनाव का प्रचार करने की बजाय प्राकृतिक आपदा प्रभावित महाराष्ट्र को केंद्र की मदद की आवश्यकता है। इसलिए एकजुट होकर केंद्र सरकार से मदद मांगने चाहिए।”
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा, “किसानों की आंख में आंसू है, किसान कुछ मांगे इसकी अपेक्षा उनके दुख को पहचान कर उन्हें मदद करने की आवश्यकता है। सरकार के लिए जो भी संभव होगा और आवश्यक है वह मदद की जाएगी। किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है।” मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं आपदा प्रभावितों के लिए मदद की घोषणा अभी नहीं कर रहा हूं, क्योंकि अतिवृष्टि के कारण हुए नुकसान का पंचनामा शुरू है। पूरी परिस्थिति की समीक्षा करने के बाद ही मदद के बारे में फैसला किया जाएगा।” उजनी बांध का पानी भीमा नदी मैंने छोड़ने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा, “इस बारे में जल्दबाजी से कोई निष्कर्ष निकालना उचित नहीं होगा, लेकिन यह मामला संज्ञान में आया है इसके बारे में जानकारी लेकर उचित निर्णय लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में अतिवृष्टि की चेतावनी दी है इसीलिए सभी को सावधानी बरतनी होगी।”