शायरी की दुनिया में बेशुमार नाम और शौहरत कमाने वाले मशहूर शायर और कवि राहत इंदौरी का निधन हो गया है। 70 वर्ष की उम्र में उन्होंने इंदौर के ऑरबिंदो अस्पताल में अंतिम सांस ली। कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण उन्हें मंगलवार सुबह ही अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन शाम को अचानक दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार उनकी किडनी में सूजन आ गई थी और सांस लेनें भी तकलीफ हो रही थी।
राहत साहब का Cardiac Arrest की वजह से आज शाम 05:00 बजे इंतेक़ाल हो गया है…..
उनकी मग़फ़िरत के लिए दुआ कीजिये….
— Dr. Rahat Indori (@rahatindori) August 11, 2020
राहत इंदौरी ने कई हिंदी फिल्मों के लिए गाने लिखे हैं। यूं तो उनकी अनेकों कविताएं बेहद लोकप्रिय हुई हैं, लेकिन कुछ समय पहले उनके द्वारा लिखी एक पंक्ति ‘बुलाती है मगर जाने का नहीं’ बेहद वायरल भी हुई थी। आज सुबह ही उन्होंने ट्वीट कर अपनी तबियत की जानकारी साझा की थी। उनके अस्पताल में भर्ती होने की बात सुनने के बाद से फैंस उनके जल्द ठीक होने की दुआएं भी कर रहे थे।
अपनी शायरी से लाखों-करोड़ों दिलों पर राज करने वाले मशहूर शायर, हरदिल अज़ीज़ श्री राहत इंदौरी का निधन मध्यप्रदेश और देश के लिए अपूरणीय क्षति है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि उनकी आत्मा को शांति दें और उनके परिजनों और चाहने वालों को इस अपार दुःख को सहने की शक्ति दें।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 11, 2020
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर लिखा, “अपनी शायरी से लाखों-करोड़ों दिलों पर राज करने वाले मशहूर शायर, हरदिल अज़ीज़ श्री राहत इंदौरी का निधन मध्यप्रदेश और देश के लिए अपूरणीय क्षति है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि उनकी आत्मा को शांति दें और उनके परिजनों और चाहने वालों को इस अपार दुःख को सहने की शक्ति दें।” आम आदमी पार्टी ने भी अपने ट्वीटर अकाउंट के जरिए इंदौरी साहब को श्रद्धांजलि अर्पित की है। इसके अलावा उनके तमाम फैंस भी अब उन्हें सोशल मीडिया के जरिए ही श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।
मैं मर जाऊं तो मेरी एक अलग पहचान लिख देना,
लहू से मेरी पेशानी पे हिन्दुस्तान लिख देना। ~ @rahatindoriRest In Peace Rahat Sahab 💐💐 pic.twitter.com/C7w1BgJ2C7
— AAP (@AamAadmiParty) August 11, 2020
Image Source: Tweeted by @JioNews