आपने अक्सर बड़े-बूढ़ों से सुना होगा कि सेंधा नमक (Epsom Salt) (Sendha Namak) की सिकाई करने से दर्द में राहत मिलती है। कई आयुर्वेदिक डॉक्टर्स और विशेषज्ञ रोज़ाना के भोजन में आयोडीन नमक की बजाय सेंधा नमक (Epsom Salt) खाने की सलाह देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि वास्तव में सेंधा नमक (Sendha Namak) क्या है?
सेंधा नमक (Sendha Namak) असल में एक प्राकृतिक मिनरल है, जिसे वैज्ञानिक भाषा में मैग्नेशियम सल्फाइट (Magnesium Sulphite) कहा जाता है। आम नमक के मुकाबले सेंधा नमक (Sendha Namak) खाना हमारे शरीर और स्वास्थ्य दोनों के लिए लाभकारी माना जाता है। सेंधा नमक वही नमक होता है, जो लोग व्रतादि के दौरान खाते हैं।
आज हम आपको सेंधा नमक से होने वाले कई विशेष लाभ (Benefits of Epsom Salt) और इसके इस्तेमाल के बारे में बता रहे हैं-
- सेंधा नमक में मैग्नेशियम और सल्फर पाया जाता है। इसके सेवन से तनाव कम होता है और सभी प्रकार के दर्द में राहत मिलती है
- जब भी आपकी मांसपेशियों में खिचांव या पैरों में दर्द हो तो गर्म पानी में सेंधा नमक मिलाकर थोड़ी देर उसमें पैर डालकर बैठ जाएं। ऐसा करने से आपको बहुत आराम मिलेगा।
- कई बार शरीर में मैग्नेशियम की कमी के कारण डायबिटीज़ होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि मैग्नेशियम शरीर में इंसुलिन बनाने में मदद करता है और इसकी कमी से शुगर लेवल बढ़ने लगता है। अधिकांश डॉक्टर्स डायबिटीज़ के मरीजों को सेंधा नमक खाने की सलाह देते हैं।
- भोजन में सेंधा नमक के इस्तेमाल से अपच, कब्ज जैसी पेट की सभी समस्याएं ठीक हो जाती हैं। इस नमक में लैक्सेटिव गुण पाया जाता है, जो पेट साफ करने में मदद करता है।
- त्वचा और बालों के लिए भी सेंधा नमक काफी फायदेमंद माना जाता है। आप हफ्ते में दो बार पानी में सेंधा नमक डालकर नहा सकते हैं। इससे आपकी त्वचा में निखार आएगा और बालों को जरूरी मिनरल्स भी मिलेंगे।
यदि आप सोच रहे होंगे कि सेंधा नमक कहाँ मिलता होगा, तो आपको बता दें कि आप किसी भी नज़दीकी दुकान से इसे खरीद सकते हैं। ध्यान रहें, गर्भवती महिलाओं को सीमित मात्रा में ही सेंधा नमक का इस्तेमाल करना चाहिए। उन्हें अधिक से अधिक आयोडीन युक्त नमक खाना चाहिए क्योंकि पेट में पल रहे शिशु के दिमाग के विकास के लिए आयोडीन बहुत महत्वपूर्ण होता है।