देश में संक्रमण होकर काबू पाने के लिए वैक्सीनेशन के प्रोग्राम को बहुत तेजी के साथ चलाया जा रहा है। कई प्रदेशों ने केंद्र सरकार से यह शिकायत की थी कि हमारे पास अब वैक्सीन की कमी हो चुकी है हमारे पास केवल 1 से 2 दिन की वैक्सीन बची हुई है। कई प्रदेशों में कुछ वैक्सीनेशन सेंटर को भी बंद कर दिया गया क्योंकि उनके पास वैक्सीन की व्यवस्था नहीं थी। लेकिन क्या आप जानते हैं कि वह कौन से प्रदेश हैं जिनमें कोरोना की वैक्सीन को बर्बाद किया जा रहा है? अगर स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों पर बात करें तो तमिलनाडु एक ऐसा राज्य है जहां पर वैक्सीन सबसे ज्यादा बर्बाद हो रही हैं! आइए जानते हैं उन राज्यों के बारे में जिनमें वैक्सीन बर्बाद हो रही हैं।
किस प्रदेश में कितनी वैक्सीन हो रही हैं बर्बाद?
- तमिलनाडु में 11प्रतिशत
- हरियाणा में 10.5 प्रतिशत
- मणिपुर में 8.4 प्रतिशत
- पंजाब में 7.88 प्रतिशत
- बिहार में 7.33 प्रतिशत
- असम में 6.62 प्रतिशत
- राजस्थान में 6.32 प्रतिशत
- उत्तर प्रदेश में 5.27 प्रतिशत
वैक्सीनेशन प्रोग्राम
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार यह बताया गया है कि अब तक देश के 11.70 करोड़ लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है। बृहस्पतिवार को रात 8:00 बजे तक 26,02,375 लोगों को वैक्सीन लगाई गई। वर्तमान समय में भारत के भीतर 67,400 वैक्सीन सेंटर पर वैक्सीन लगाई जा रही है।मंत्रालय के मुताबिक इनमें 90 लाख से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों को पहली खुराक, 56 लाख से स्वास्थ्य कर्मियों को दूसरी खुराक, अग्रिम मोर्चे के 1,02,90,850 कर्मियों को पहली खुराक और 51,51,557 को दूसरी खुराक दी गई है। 45 से 60 वर्ष की आयु वाले 3,86,76,098 लोगों को पहली खुराक दी गई है,तथा 9,84,785 लोगों को वैक्सीन की दूसरी खुराक दी जा चुकी है।