देश में एक तरफ तेजी के साथ टीकाकरण किया जा रहा है और दूसरी तरफकोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। सभी लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि भारत में जिस वैक्सीन का प्रयोग किया जा रहा है क्या यह वैक्सीन कारगर कर भी है या नहीं? इस भयावह वातावरण में भारत वासियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आ चुकी है। वैज्ञानिकों के अनुसार देश में जिन वैक्सीनों का प्रयोग हो रहा है वे वैक्सीन कोरोना के भारतीय रूप के खिलाफ प्रभावी ढंग से काम कर रही हैं। टीकाकरण के बाद संक्रमण की स्थिति में हाल के लक्षण सामने आते हैं वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद के अंतर्गत आने वाले दिनों में और एकीकृत जीव विज्ञान संस्थान के अनुदेशक अनुराग अग्रवाल ने एक अध्ययन के प्रारंभिक परिणामों के अनुसार यह बताया है कि सार्स सीओबी 2 केवी 1.617 स्वरूप प्रतीकों के प्रभाव के आकलन से यह पता चलता है कि टीकाकरण के बाद संक्रमण होने पर बीमारी के लक्षण हल्के प्रतीत होते हैं।
कोरोना वायरस के बी. 1.617 स्वरूप को इंडियन स्ट्रेन कहा जाता है। अध्ययन में वायरस के इस रूप पर भारत में इस्तेमाल की जा रही वैक्सीन के प्रभावी होने की बात सामने आई है। आपको बता दें 1 मई 2021 से 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए टीकाकरण होगा। जिसके रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया आज से प्रारंभ हो चुकी है। आपको बता दें कि वैक्सीन हेतु रजिस्ट्रेशन करने के लिए आप कोविड पोर्टल या आरोग्य सेतु ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं। बताया जा रहा है ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन ही मान्य होगा। बिना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के किसी को भी वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी।