उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए अपने अधिकारियों से बातचीत करते रहते हैं। ऑनलाइन माध्यमों से तथा जमीनी स्तर पर भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री लगातार व्यवस्थाओं का जायजा भी ले रहे हैं। इसी बीच एक महीने में लगाए गए कोरोना कर्फ्यू से स्थितियों में काफी सुधार आया है। पूरे देश में ही लगभग 4 लाख से केस 2 लाख पर आ चुके हैं। इसी बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं, की कुछ प्रमुख जिलों में प्रतिदिन 10000 कोरोना की टेस्टिंग होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री योगी गुरुवार रात वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए डीएम व सीएमओ से बात कर कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांवों में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। ‘मेरा गांव, कोरोना मुक्त गांव’ के लिए टीम वर्क के साथ कार्य किया जाए। यदि किसी जिले में आक्सीजन प्लांट की जरूरत है तो उसका प्रस्ताव शीघ्र मुख्य सचिव को भेज दें। पोस्ट कोविड वार्ड की भी स्थापना कर मरीजों का इलाज सुनिश्चित किया जाए।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि एग्रेसिव टेस्टिंग की नीति के अनुरूप विगत 24 घंटों में प्रदेश में 2 लाख 91 हजार 156 टेस्ट किए गए। टेस्टिंग में उत्तर प्रदेश सर्वाधिक टेस्टिंग करने वाला राज्य है। हमें टेस्टिंग और तेज करनी होगी। महिलाओं और बच्चों के लिए भी डेडिकेटेड अस्पताल संचालित रहें। प्रत्येक जनपद में डायलिसिस की सुविधा मरीजों को उपलब्ध रहे।
नॉएडा और गाजियाबाद जिले में दिल्ली से बेहतर हुआ कार्य : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने कहा कि 25 अप्रैल के बाद से प्रतिदिन एक लाख कोविड केस होने की आशंका व्यक्त की गयी थी, जिसे सामूहिक प्रयासों से नियंत्रित कर लिया गया है। कई जिलों में प्रभारी अधिकारियों ने भी अच्छा कार्य किया है। गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, सहारनपुर, बुलन्दशहर आदि में कोविड प्रबन्धन के सम्बन्ध में अच्छा कार्य हुआ है। दिल्ली की अपेक्षा हमारी स्थिति बेहतर रही है।