पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच का विवाद किसी से भी छुपा हुआ नहीं है। नवजोत सिंह सिद्धू के अथक प्रयासों के बाद ही कैप्टन अमरिंदर सिंह से उनके मुख्यमंत्री पद को चुना गया था यह हम सभी जानते हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू के कारण ही कांग्रेस पार्टी को छोड़कर एक नया दल बना लिया है। लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि यह लड़ाई अभी रुकने वाली नहीं है। क्योंकि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ऐलान किया है कि वे नवजोत सिंह सिद्धू को किसी भी हालत में जीतने नहीं देंगे।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने सोशल मीडिया ट्विटर अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर करते हुए यह घोषणा की है कि वे पटियाला से चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने पटियाला को पंजाब का सबसे स्वच्छ शहर बनाने के लिए पटियाला के लोगों को बधाई भी दी। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने घोषणा की कि उनका परिवार 400 साल से पटियाला में रह रहा है और वह नवजोत सिंह सिद्धू के कारण पटियाला नहीं छोड़ सकते।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के ऐलान के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने यह साफ तौर पर कह दिया था कि वे भारतीय जनता पार्टी से गठबंधन करने के लिए तैयार हैं। कैप्टन ने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा प्रकाश पर्व के मौके पर तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने और किसानों से माफी मांगने से बड़ा कुछ नहीं हो सकता। प्रधानमंत्री देश के कल्याण के लिए कृषि कानून लाए थे। कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद नई पार्टी बनाते समय कैप्टन ने कहा था कि सिद्धू जहां से भी लड़ेंगे, वे उनसे लड़ेंगे। कैप्टन ने दावा किया था कि जब से सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस की बागडोर संभाली थी, उनके सर्वेक्षणों के अनुसार, पार्टी की लोकप्रियता में 25 फीसदी की गिरावट आई थी।