लगभग 50 सालों से मेरठ से हस्तिनापुर में रहने वाले पाकिस्तान से निर्वाचित हुए करीब 63 हिंदू परिवारों को उत्तर प्रदेश की योगी सरकार कानपुर देहात में बसा सकती है। कहा जा रहा है कि इन 63 हिंदू बंगाली परिवारों को अब रसूलाबाद के भैसायां गांव के मजरा महेन्द्र नगर में बसाया जाएगा। रविवार को अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने मौके पर पहुंच कर जमीन देखी है। उन्होंने रसूलाबाद के गेस्ट हाउस में बैठकर अफसरों से पूरी कार्ययोजना समझी। माना जा रहा है कि इन निर्वासित हिंदुओं के लिए रोजगार की व्यवस्था भी सरकार के द्वारा की जाएगी। आपको बता दें कि 11 नवंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्नाथ ने कैबिनेट बाई सर्कुलेशन में इन परिवारों का नए सिरे से पुनर्वास करने का प्रस्ताव पास किया था। इन परिवारों को खेती के लिए दो-दो एकड़ और घर बनाने को 200 वर्ग मीटर जमीन दिया जाएगा। साथ ही मकान बनाने के लिए मुख्यमंत्री आवास योजना से पैसा दिया जाएगा।
अपर मुख्य सचिव ने कहाकि उन परिवारों को यहां बसाने में किसी तरह का विवाद न हो इसके लिए वह स्वयं यहां के लोगों का मन समझने आए थे। उन्होंने कहा कि सभी खुश हैं। यहां रहने और बसेन वाले परिवारों को सभी सहूलियतें दी जाएंगी। आपको बता दें कि 1970 में घर छोड़कर आए ये परिवार 51 वर्ष से निर्वासित जिंदगी जी रहे हैं। इन परिवारों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ा है, पर प्रदेश में पुनर्वास विभाग के पास अधिक जमीन न होने के कारण इसकी तलाश की जा रही थी। खोजने पर रसूलाबाद में पुनर्वास के नाम जमीन मिल गई।कहा जा रहा है कि इन लोगों को मनरेगा से जोड़कर काम देने के साथ ही उनके हुनर के हिसाब से भी काम का इंतजाम होगा।