केले (banana) और पपीते (papaya) को स्वास्थ्यवर्धक फलों की श्रेणी में रखा जाता है। रोज़ाना लाखों लोग इन दोनो फलों को अपनी डाइट में शामिल करते है। पेट संबंधित सभी प्रकार की समस्याओं को दूर करने में भी केले और पपीते का सेवन लाभकारी (benefits) माना गया है। पपीता कब्ज की समस्या दूर कर पेट साफ करने में मदद करता है तो वहीं केला दस्त की समस्या में निजात दिलाता है। लेकिन क्या आप जानते है इन दोनों फलो के अधिक सेवन से कई प्रकार की अन्य समस्याएं हमारे शरीर में जन्म ले सकती है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक पपीते में बीटा-कैरेटीन नाम का पदार्थ अधिक मात्रा में पाया जाता है। इस पदार्थ के सेवन से हमे स्किन (skin) संबंधित बीमारियां हो सकती है। इसके अलावा सांस से संबंधित बीमारी जैसे अस्थमा आदि के मरीजों को भी पपीते का सेवन बहुत सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। पथरी या स्टोन के मरीजो को भी पपीते का सेवन कम करना चाहिए। 100ग्राम पपीते में 60mg विटामिन-सी पाया जाता है, जिससे किडनी में स्टोन का खतरा बढ़ सकता है।
वहीं केले की बात करे तो इसमें फाइबर और कैलरीज़ की मात्र काफी अधिक रहती है, जिससे मोटापे की समस्या बढ़ सकती है। केले में स्टार्च भी अधिक होता है, जिसके अधिक सेवन से दाँत सड़ सकते है। यदि आपको सिरदर्द या माइग्रेन जैसी समस्या रहती है तो केले का सेवन कम कर देना चाहिए। केले में टायरामाइन नाम का केमिकल पाया जाता है, जो माइग्रेन की समस्या को बढ़ा सकता है।