2 किसान संगठनों ने समर्थन लिया वापस, आज रात हो सकती है बड़ी कार्रवाई

26 जनवरी पर दिल्ली में हुए हंगामे के बाद अब उत्तर प्रदेश की सरकार और केंद्र सरकार एक्शन के मोड में आ चुकी है। उत्तर प्रदेश और दिल्ली की पुलिस इस समय गाजीपुर के बॉर्डर पर तैनात है। थोड़ी ही देर में कोई बड़ा एक्शन लिया जा सकता है।

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चित्र साभार: ट्विटर @ANI

गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में जो हंगामा हुआ उसके बाद उत्तर प्रदेश की सरकार और केंद्र सरकार एक्शन के फुल मूड में आ चुकी है। उत्तर प्रदेश और दिल्ली प्रदेश की पुलिस इस समय गाजियाबाद के गाजीपुर बॉर्डर पर मौजूद है। यह वही बॉर्डर है जो उत्तर प्रदेश और दिल्ली को जोड़ता है। यहां पर लगभग 62 दिनों से राकेश टिकैत के नेतृत्व में किसानों का आंदोलन जारी था। लेकिन जब 26 जनवरी को दिल्ली में भारी हिंसा हुई उसके बाद लोगों का विरोध आंदोलन के प्रति बढ़ता चला गया। गाजीपुर बॉर्डर के आसपास के सभी गांव के लोग गाजीपुर बॉर्डर पर आए और उन्होंने सरकार से निवेदन किया कि इन प्रदर्शनकारियों को यहां से हटाया जाए क्योंकि यह हमारे लिए बहुत समय से समस्या उत्पन्न कर रहे हैं। लेकिन अभी तक बताया जा रहा है कि राकेश टिकैत और उनके समर्थक हार मानने को तैयार नहीं है।

रोते हुए नजर आए राकेश टिकैत

दरअसल दिल्ली पुलिस ने लगभग 20 नेताओं के खिलाफ नोटिस जारी किया है और 40 नेताओं पर मुकदमा दर्ज किया है। जिन नेताओं के खिलाफ नोटिस जारी किया गया है उसमें योगेंद्र यादव के साथ साथ किसान नेता राकेश टिकैत का नाम भी शामिल है। राकेश टिकैत की बहुत सारी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिनमें उन्होंने देशभर के किसानों से यह आवाहन किया था कि दिल्ली में लाठी-डंडे लेकर आएं। और हम लोग लाल किले पर जाकर प्रदर्शन करेंगे। अब राकेश टिकैत को लग रहा है कि किसी भी हाल में इस आंदोलन को आगे जारी नहीं रखा जा सकता तो वे भारतीय जनता पार्टी पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। इसके अलावा राकेश टिकैत पहली बार इस आंदोलन में रोते हुए भी नजर आए हैं। उन्होंने रोते हुए कहा है किसानों के साथ धोखा किया गया है। भारतीय जनता पार्टी के लोगों ने आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश की।

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